Political News : कांग्रेस के विधायकों ने दिल्ली में डेरा जमाया, कुछ मंत्री पद लेकर लौटेंगे, कई होंगे रुआंसे

कांग्रेस में मंत्री के चार पदों के लिए विधायकों ने खूब जोर लगाया. दिल्ली दरबार में विधायकों ने चक्कर लगाये. कांग्रेस के आला नेताओं से मिलकर लॉबिंग की. हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 12:29 AM

रांची (ब्यूरो प्रमुख). कांग्रेस में मंत्री के चार पदों के लिए विधायकों ने खूब जोर लगाया. दिल्ली दरबार में विधायकों ने चक्कर लगाये. कांग्रेस के आला नेताओं से मिलकर लॉबिंग की. हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद कांग्रेस खेमा में राजनीतिक सरगरमी तेज हो गयी. कांग्रेस के विधायकों ने दिल्ली दौड़ शुरू की.

अब पांच दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार होना है. तीन दिसंबर तक कई विधायकों ने दिल्ली में ही डेरा जमाये रखा. चार दिसंबर को विधायक रांची लौटेंगे. कुछ मंत्री पद की सौगात लेकर आ रहे हैं, तो कुछ रुआंसे होंगे. विधायक राजेश कच्छप, रामचंद्र सिंह, अनूप सिंह, भूषण बाड़ा, नमन विक्सल कोंगाड़ी, ममता देवी, दीपिका पांडेय सिंह लगातार दिल्ली में जमे रहे. विधायक रामेश्वर उरांव और श्वेता सिंह दिल्ली नहीं गये. श्वेता सिंह पहली बार विधायक बनीं हैं. फिलहाल कांग्रेस में दो बार चुनाव जीतकर आने वालों की संख्या बढ़ गयी है. ऐसे में विधायकों की दावेदारी भी मजबूत हो गयी है. विधायक प्रदीप यादव, शिल्पी नेहा तिर्की सहित दूसरे विधायक भी अपने आला नेताओं से मिलकर पहले ही लौट चुके हैं.

आज प्रभारी मीर के साथ पहुंचेंगे प्रदेश अध्यक्ष

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, डॉ अजय कुमार, कांग्रेस नेता रवींद्र सिंह, अंबा प्रसाद, जयशंकर पाठक, सतीश पॉल मुंजनी, डॉ रैयाज अहमद सहित कई नेता दिल्ली में हैं. बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर रांची आयेंगे. वह कैबिनेट विस्तार से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कल दोपहर बाद दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय से मंत्रियों की सूची मिल सकती है.

दिल्ली में जिसका खूंटा मजबूत, उसे मिलेगा मंत्री पद, वेणुगोपाल धुरी

कांग्रेस में विधायकों ने दिल्ली में अपना-अपना खूंटा पकड़ा है. कांग्रेस के आला नेता भी अपने नजदीकी नेताओं के लिए पैरवी कर रहे हैं. दिल्ली में जिसका खूंटा मजबूत होगा, उसे मंत्री पद मिलेगा. इधर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल राजनीति की धुरी बने हुए हैं. विधायकों ने अपनी बातें श्री वेणुगोपाल तक पहुंचायी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने फिलहाल पार्टी विधायकों से दूरी बना कर रखी है. पूरे मामले में प्रभारी श्री मीर और प्रदेश अध्यक्ष से समीकरण समझा है. इधर, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व राज्यसभा सांसद सहित दूसरे नेताओं ने कुछ खास विधायकों को मंत्री बनाने के लिए लॉबिंग की है.

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