कांग्रेस के निरंजन सिन्हा समेत 250 कार्यकर्ताओं ने थामा BJP का दामन, कहा- झारखंड में कमल खिलना तय
गोड्डा जिले के मेहरमा प्रखंड स्थित अमौर निवासी समाजसेवी निरंजन कुमार सिन्हा समेत 250 कार्यकर्ताओं ने आज रांची भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान निरंजन सिन्हा ने कहा कि 2014 चुनाव में मैं बीजेपी के साथ ही था. यह बीजेपी के साथ मेरी दूसरी पारी है.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में निरंजन सिन्हा के नेतृत्व में कांग्रेस, जेएमएम के 250 के करीब कार्यकर्ताओं ने भाजपा पार्टी का दामन थामा है. बाबाधाम से आए पंडितों ने मंत्रोच्चारन के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की. इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने निरंजन कुमार सिन्हा को भाजपा का पट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल किया. इस दौरान निरंजन सिन्हा ने कहा कि 2014 चुनाव में मैं बीजेपी के साथ ही था. यह बीजेपी के साथ मेरी दूसरी पारी है. आज हनुमान जयंती का दिन है, ऐसे में यह दिन काफी पवित्र और खास भी है. अब अगले लोकसभा चुनाव में फिर से कमल खिलना चाहिए. वहीं, झारखंड की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. विधानसभा चुनाव में भी जेएमएम और कांग्रेस को उखाड़ फेखना है.
वहीं, इस दौरान बीजेपी सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस और जेएमएम पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. यह दर्शाता है कि कार्यकर्ताओं को भी समझ आने लगा है कि ये पार्टियां अब डूब रही है. ऐसे में 2024 के विधानसभा चुनाव में कमल फूल खिलना तय है. झारखंड की जनता हेमंत सरकार को चुनाव में उखाड़ फेकेंगी.
मालूम हो कि निरंजन कुमार सिन्हा, इससे पूर्व कांग्रेस पार्टी में थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह की कार्यशैली और भाजपा की नीतियों से प्रभावित हैं और इस कारण पार्टी में शामिल हुये हैं. पिछले दिनों देवघर में भाजपा कार्यालय भवन के शिलान्यास समारोह में प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह देवघर आये थे. इस दौरान बंद कमरे में प्रदेश के इन दो शीर्ष नेताओं के साथ एनके सिन्हा की बातचीत हुई. इस दौरान महगामा विधानसभा और वहां की कुर्मी बहुल आबादी के संबंध में नेताओं के बीच चर्चा हुई.
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गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के विकास करने की कार्यशैली से भी वे काफी प्रभावित हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में वे महगामा विधानसभा सीट के कांग्रेस के कद्दावर दावेदारों में शामिल थे. कांग्रेस आपके द्वार और बड़ी सभा आदि उन्होंने की, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी बुलाया था. लेकिन उनकी बनायी पिच पर कांग्रेस ने दूसरे प्रत्याशी को टिकट दे दिया था. इतनी मेहनत से कांग्रेस को महगामा में मजबूत करने के बाद भी पार्टी के रवैये से वे कांग्रेस से किनारा कर लिये और तब से ही उनकी भाजपा से नजदीकियां बढ़ने लगी थी.