Congress Raj Bhavan March: ‘अदाणी और मणिपुर मामले में केंद्र सरकार मौन’ झारखंड कांग्रेस ने राजभवन मार्च कर घेरा

Congress Raj Bhavan March: अदाणी एवं उनके सहयोगियों को बचाने और मणिपुर में जारी हिंसा की अनदेखी करने के खिलाफ झारखंड कांग्रेस ने बुधवार को रांची में राजभवन मार्च किया.

By Guru Swarup Mishra | December 18, 2024 7:43 PM

Congress Raj Bhavan March: रांची-झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि केंद्र सरकार अदाणी और मणिपुर मामले में पूरी तरह मौन है. उनके नेता सदन में दोनों मामलों को लगातार उठा रहे हैं. मणिपुर जल रहा है. वहां शांति बहाली की मांग लगातार की जा रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हैं. अदाणी और उनके सहयोगियों की जालसाजी का पर्दाफाश हुआ है. रिश्वतखोरी का खुलासा हुआ है, लेकिन आज तक इस मामले में केंद्र सरकार ने सफाई देने की भी जरूरत महसूस नहीं की. अदाणी एवं उनके सहयोगियों को बचाने और मणिपुर में जारी हिंसा की अनदेखी करने के विरोध में बुधवार को झारखंड कांग्रेस ने राजभवन मार्च किया. इस दौरान केशव महतो कमलेश ने ये बातें कहीं.

मणिपुर पर प्रदीप यादव का प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पर निशाना


कांग्रेस विधायक दल नेता प्रदीप यादव ने कहा कि यह जनता की आवाज है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उनके सवालों का जवाब दें. पिछले 1 वर्ष में अमित शाह दर्जनों बार झारखंड आ चुके हैं. मणिपुर वर्षों से जल रहा है. वहां हत्याएं और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं. संवैधानिक मूल्यों की हत्या हो रही है, लेकिन गृह मंत्री को वहां जाने का वक्त नहीं मिल रहा है. प्रधानमंत्री खामोश हैं. पूरे विश्व का दौरा प्रधानमंत्री कर रहे हैं, लेकिन उन्हें मणिपुर नजर नहीं आ रहा है. अदाणी प्रकरण पूरी तरह जनता के सामने है, लेकिन अदाणी को बचाने के लिए प्रधानमंत्री भारत की प्रतिष्ठा धूमिल कर रहे हैं.

राजेश कच्छप का दावा-कांग्रेस के नेतृत्व में मणिपुर जैसी घटना नहीं होगी


कांग्रेस विधायक दल के उपनेता राजेश कच्छप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शायद यह भूल गए हैं कि संविधान ने ही यह ताकत दी है कि आज वे प्रधानमंत्री बन पाए हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व में उन्हें खुद को मजबूत करना है. कांग्रेस के नेतृत्व में मणिपुर जैसी घटना नहीं होगी. देश में पूंजीपतियों का राज नहीं आएगा. पूंजीपतियों से वर्षों लड़कर आजादी हासिल की गयी है.

डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान हिंदुस्तान का अपमान-राधाकृष्ण किशोर


झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल या व्यक्ति डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान करता है तो यह एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान का अपमान है और ऐसा दल जो हिंदुस्तान का अपमान करें, वह किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था का राजनीतिक दल हो ही नहीं सकता. भारत में अगर ऐसा कोई दल है तो वह है भाजपा. संविधान के जरिए देश में आर्थिक और सामाजिक समानता की जो कल्पना की गयी थी वह समाप्त हो रही है.

खतरे में है संविधान-शिल्पी नेहा तिर्की


राजधानी रांची में आयोजित राजभवन मार्च में स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि जनता ने मन बना लिया है कि मोदी सरकार को कुर्सी से उतारना है. अगर भारत में बाबा साहब का संविधान नहीं होता तो आज अल्पसंख्यक, आदिवासी, पिछड़े हाशिये पर होते. कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने के लिए तरह-तरह की चीजों को परोसा जा रहा है. संविधान खतरे में है, यह सिर्फ बातों में नहीं है, साफ दिख रहा है. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से संविधान और बाबा साहब का अपमान सदन में भाजपा द्वारा किया गया है वह बर्दाश्त के लायक नहीं है.

राजभवन मार्च में ये थे शामिल


राजभवन मार्च में विधायक सुरेश बैठा, नमन विक्सल कोंगाड़ी, भूषण बाड़ा, श्वेता सिंह, रामचन्द्र सिंह, ममता देवी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख, योगेन्द्र साव, शहजादा अनंवर, कार्यालय प्रभारी ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष साहु, राजन वर्मा, मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, सोनाल शांति, रमा खलखो, सुलतान अहमद, भीम कुमार, अशोक चौधरी, जयशंकर पाठक, राजीव रंजन प्रसाद, रवीन्द्र सिंह, डॉ एम तौसीफ, आभा सिन्हा, शान्तनू मिश्रा, गजेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता शामिल हुए.

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