रांची के रिकॉर्ड रूम में चोरी जमीन घोटाले को छुपाने की बड़ी साजिश, सीबीआइ जांच हो : भाजपा
झारखंड भाजपा ने कहा है कि रांची समेत पूरे झारखंड में जमीन लूट के जो बड़े-बड़े कारनामे हुए हैं, उसे छिपाने की साजिश भी शुरू हो गयी है.
रांची. झारखंड भाजपा ने कहा है कि रांची समेत पूरे झारखंड में जमीन लूट के जो बड़े-बड़े कारनामे हुए हैं, उसे छिपाने की साजिश भी शुरू हो गयी है. इडी की चार्जशीट के तुरंत बाद रिकॉर्ड रूम से हुई चोरी की घटना जमीन घोटाले को छुपाने की बड़ी साजिश है. यह अविश्वसनीय है कि रिकॉर्ड रूम से जमीन के कई दस्तावेजों को अलमारी के ताले तोड़ कर चुरा लिये गये. इस परिसर में हमेशा पुलिस कर्मियों की तैनाती रहती है. राज्य सरकार अविलंब इस मामले की सीबीआइ जांच कराये, नहीं तो सरकार कठघरे में होगी. भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे. मौके पर मीडिया प्रभारी शिव पूजन पाठक भी मौजूद थे. प्रतुल शाहदेन ने कहा कि जैसे-जैसे जमीन लूट की दास्तान खुलती जा रही है. इडी की चार्जशीट के बाद तो हेमंत सोरेन और बड़गाईं की 8.86 एकड़ जमीन की लूट का सीधा नाता जुड़ता हुआ दिख रहा है. झामुमो का कहना है कि हेमंत सोरेन को जमीन से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन चार्जशीट ने स्पष्ट कर दिया कि यह उनकी ही बेनामी संपत्ति है. श्री शाहदेव ने कहा कि भानुप्रताप अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर जमीन कब्जा का सिंडिकेट चलता था. उसके यहां जब छापा पड़ा तो एक फाइल भी बरामद हुई, जिसमें बड़गाई और अन्य जमीनों से संबंधित कागजात बरामद हुए. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बैजनाथ मुंडा और श्यामल पाहन जो आरोपी राजकुमार पाहन के रिश्तेदार भी हैं, ने कहा है कि यह जमीन हेमंत सोरेन की कब्जे में 2010 से रही है. केयरटेकर संतोष मुंडा ने तो कहा कि 14-15 वर्षों से जमीन हेमंत की है. अब सीओ मनोज कुमार ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार पिंटू के प्रधान सचिव उदय शंकर द्वारा इस जमीन का सर्वे करने के लिए कहा गया. इस बात की पुष्टि अभिषेक पिंटू के प्रधान सचिव उदय शंकर और खुद अभिषेक पिंटू ने इडी को दिये गये अपने बयानों में किया है. बल्कि पिंटू ने तो यह भी कहा है कि हेमंत सोरेन की दो और जमीनों को सर्वे करने के लिए उदय शंकर को कहा था. यह कहानी जमीन लूट को बयां करती है. राजकुमार पाहन के पूर्वजों ने 1978 से 1989 के बीच लगभग 40 एकड़ जमीन अलग-अलग लोगों को बेची. सिर्फ यही 8.86 एकड़ जमीन खाली थी और जिस पर हेमंत सोरेन ने कब्जा कर लिया. भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि जिस बीएमडब्ल्यू गाड़ी के मालिकाना हक से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत इंकार कर रहे हैं. इडी को दिया बयान में उन्होंने खुद कहा कि 28 जनवरी 2024 की रात को मैं अपनी ब्लू रंग की बीएमडब्ल्यू गाड़ी से निकला, यानी खुद मान रहे हैं कि वह उसके मालिक हैं. चार्जशीट में जिक्र है कि शोरूम में उन्होंने जाकर इस गाड़ी खुद पसंद की थी