रांची. बिरसा चौक पर नये रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण बारिश के कारण फिलहाल रुका हुआ है. वहीं, रेलवे की जमीन पर से भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया है. इसको लेकर रेलवे ने पूर्व में सर्वे किया था, जिसमें लगभग 40 दुकान व कच्चे मकान को तोड़ने के लिए नोटिस जारी किया गया था. मालूम हो कि मौजूदा ब्रिज को तोड़ कर ही नया आरओबी बनाया जाना है. नये ब्रिज की लंबाई 550 मीटर होगी. इसके निर्माण पर करीब 15 करोड़ रुपये खर्च होंगे. दो साल में ब्रिज निर्माण का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन, इसमें विलंब होने की संभावना है. नये ब्रिज के नीचे से दो अतिरिक्त रेलवे लाइन बिछायी जायेगी और इसे यार्ड लाइन से जोड़ा जायेगा. इससे ट्रेनों को यार्ड में भेजने में परेशानी नहीं होगी. अतिरिक्त लाइन बिछाने के लिए ही पुराने ब्रिज को तोड़ा जाना है.
ब्रिज छोटा होने से लगता है जाम
पुराने ब्रिज के मुकाबले नया ब्रिज अधिक लंबा और चौड़ा होगा. इससे जाम से निजात मिलेगी. वर्तमान ब्रिज के छोटा होने से जाम लगता है. बिरसा चौक से विधानसभा व प्रोजेक्ट भवन के अलावा बाइपास डिबडीह की तरफ जाने वाले वाहन इसी ब्रिज से होकर गुजरते हैं. इसलिए परेशानी का सामना करना पड़ता है. सात साल पहले रेलवे ने यहां एक नया ब्रिज बनाया था. इसके बनने के बाद आवागमन थोड़ा सुगम हुआ, लेकिन पुराना ब्रिज के संकीर्ण रहने से वहां अभी भी जाम लगता है. पुराना ब्रिज को तोड़ कर नया ब्रिज बनाने के दौरान इसी ब्रिज से आवागमन होगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
रेल लाइन के पास खुदाई के दौरान बड़ी-बड़ी चट्टानें मिली हैं. इसे तोड़ा जाना है. यह ब्लॉक लेने के बाद भी संभव है. वहीं, सिरमटोली-मेकन फ्लाइओवर निर्माण के लिए ब्लॉक लिया जायेगा, जिसका प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है. उसी दौरान बिरसा चौक के पास नये रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य होगा.
जसमीत सिंह बिंद्रा, डीआरएमB
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