रांची. कांटाटोली फ्लाइओवर का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है. फ्लाइओवर के कुल 42 पिलरों में से 37 को सेगमेंट से जोड़ दिया गया है. कुल 486 सेगमेंट में से 419 को लगा दिया गया है. शेष 67 सेगमेंट लगाने के लिए फ्लाइओवर बना रही कंपनी दिनेश अग्रवाल एंड संस ने एक जून से 15 दिनों का रोड ब्लॉकेज करने का आग्रह किया है. कंपनी ने जुडको को इससे संबंधित पत्र लिखा है. कंपनी ने कहा है कि दिन में ट्रैफिक की वजह से काम नहीं हो पता है. केवल रात में काम करने की वजह से पिलरों को जोड़ने में ज्यादा समय लग रहा है.
वर्तमान में कांटाटाेली फ्लाइओवर के पांच पिलरों को सेगमेंट से आपस में जोड़ने का कार्य बचा है. उनमें से दो पिलरों के बीच की दूरी 30 मीटर है. उनको जोड़ने में 11-11 (कुल 22) सेगमेंट का इस्तेमाल किया जायेगा. शेष तीन स्पैन 40-40 मीटर के हैं. उनको आपस में जोड़ने के लिए 15-15 (कुल 45) सेगमेंट लगाये जायेंगे. एक सप्ताह में 11 सेगमेंट पिलर पर चढ़ाया जाता है. उसके बाद सेगमेंट का एलाइनमेंट करके ग्लूइंग किया जाता है. बाद में मोटे केबल से बांध कर स्ट्रेचिंग की जाती है. यह पूरा कार्य एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाता है. कंपनी ने कहा है कि 15 दिनों का रोड ब्लॉकेज मिलने पर सेगमेंट लगाने का कार्य पूरा कर लिया जायेगा. उसके बाद फ्लाइओवर का कार्य अंतिम चरण में पहुंच जायेगा.सीएम ने तय की है 31 अगस्त की टाइमलाइन
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के निर्देश पर कांटाटोली फ्लाइओवर का कार्य पूरा करने के लिए 31 अगस्त की टाइमलाइन तय की गयी है. इसी वर्ष मार्च महीने में कांटाटोली फ्लाइओवर के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद फ्लाइओवर निर्माण के काम में तेजी आयी है.सर्विस रोड की हालत जर्जर
कांटाटोली फ्लाइओवर का निर्माण पिछले चार वर्षों से राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. फ्लाइओवर निर्माण की वजह से सड़क खस्ताहाल हो गयी है. वर्तमान में भी सर्विस रोड जर्जर हालत में है. गड्ढों की वजह से वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वालों को भी परेशानी हो रही है. कई जगहों पर गड्ढों में जमा पानी के कारण सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है