ठेकेदार खादगढ़ा बस स्टैंड के बाहर कर रहे हैं ऑटोवालों से अवैध वसूली, नहीं देने वालों के साथ करते हैं ऐसा सलूक
रांची शहर में 15 हजार से अधिक ऑटो का परिचालन होता है. इसमें से करीब पांच हजार ऑटो का परिचालन बिरसा चौक से लेकर कांटाटोली होते हुए कचहरी के बीच होता है.
रांची : खादगढ़ा बस स्टैंड का संचालन रांची नगर निगम करता है. वर्तमान में निगम ने इसका ठेका संवेदक सानिया इरफान को दिया है. संवेदक को बस स्टैंड के अंदर का ठेका मिला है, जबकि ठेकेदार की दबंगई स्टैंड से बाहर सड़क पर आ गयी है. ठेकेदार ने अपने गुर्गों को बस स्टैंड के बाहर ऑटो से वसूली करने में लगा दिया है. ये लोग इस सड़क से गुजरने वाले सभी ऑटो से जबरन 25-25 रुपये वसूल रहे हैं. जो ऑटो चालक पैसा नहीं देता है, उसे सड़क किनारे खड़ा कर दिया जाता है. लेकिन, बीच सड़क पर हो रही अवैध वसूली पर नगर निगम, जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी मौन हैं.
हर दिन 1.25 लाख की वसूली :
रांची शहर में 15 हजार से अधिक ऑटो का परिचालन होता है. इसमें से करीब पांच हजार ऑटो का परिचालन बिरसा चौक से लेकर कांटाटोली होते हुए कचहरी के बीच होता है. इन पांच हजार ऑटो से हर दिन 25 रुपये की वसूली होती है. ऐसे में एक दिन में ठेकेदार के लोग 1.25 लाख रुपये की वसूली करते हैं. महीने में यह 37.50 लाख रुपये हो जाता है. एक साल में यह राशि 4.50 करोड़ को जाती है. यह राशि केवल ऑटो से वसूली जाती है, जिसका ठेका ठेकेदार को नहीं मिला है. बस स्टैंड के अंदर की वसूली को अगर इसमें जोड़ दिया जाये, तो यह राशि सालाना सात करोड़ से अधिक हो जायेगी.
अजीत पीटर डुंगडुंग ने लगायी थी रोक :
रांची के ट्रैफिक एसपी रहते हुए अजीत पीटर डुंगडुंग ने यहां अवैध वसूली पर पूरी तरह से रोक लगायी थी. सड़क पर ऑटो से वसूली करने वाले तीन चार लोगों को पकड़ कर उन्होंने जेल भी भिजवाया था. नतीजा, अवैध वसूली यहां पूरी तरह से बंद हो गयी थी. लेकिन, उनके जाने के बाद फिर से अवैध वसूली शुरू हो गयी.