रांची : डीएवी कपिलदेव स्कूल में बुधवार को अभिभावकों ने जम कर हंगामा किया. अभिभावकों का आरोप था कि टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) देने पर स्कूल आनाकानी कर रहा है. उन्हें घंटों प्रतीक्षा करने को कहा जाता है. इसके बाद भी उन्हें टीसी नहीं दिया जा रहा है.
बुधवार को 10वीं बोर्ड की परीक्षा पास किये 50 से अधिक विद्यार्थी व उनके अभिभावकों ने टीसी नहीं देने का आरोप स्कूल प्रबंधन पर लगाया. ये विद्यार्थी 10वीं बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद दूसरे स्कूल में नामांकन लेना चाह रहे हैं. मौके पर मौजूद अभिभावक और विद्यार्थियों ने बताया कि 15-20 दिन पहले आवेदन दिया है.
अब तक टीसी नहीं मिला है. इस बारे में स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्टूडेंट्स को टीसी उनकी ओर से दिये गये आवेदन और क्रॉस लिस्ट से मिलान कर दिया जाता है. स्कूल को अब तक 10वीं बोर्ड का क्रॉस लिस्ट नहीं मिला है. जबकि 10वीं बोर्ड की क्रॉस लिस्ट ऑनलाइन उपलब्ध रहती है.
अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन बहानेबाजी कर रहा है. राजधानी के सभी स्कूल ऑनलाइन क्रॉस लिस्ट के आधार पर टीसी दे चुके हैं. डीएवी कपिलदेव को ही परेशानी हो रही है.
मालूम हो कि कोरोना की वजह से तय समय पर 10वीं बोर्ड की परीक्षा नहीं हो पायी थी. ऐसे में रिजल्ट प्रकाशित समय पर नहीं हुआ. सीबीएसइ की गाइडलाइन के मुताबिक, राजधानी के स्कूलों ने 11वीं में प्रोविजनल एडमिशन लिया.
प्रोविजनल एडमिशन के समय ही विद्यार्थियों से कहा गया कि 10वीं बोर्ड के रिजल्ट के बाद एडमिशन कंफर्म किया जायेगा. 10वीं के रिजल्ट के बाद विद्यार्थियों को एडमिशन कंफर्म होने पर सभी सर्टिफिकेट जमा करने को कहा गया. सभी स्कूलों ने अपने-अपने यहां के वैसे विद्यार्थी, जो दूसरे स्कूल जाना चाहते थे, उन्हें टीसी दे दिया. लेकिन डीएवी कपिलदेव से जो बच्चे दूसरे स्कूल जाना चाहते हैं, उन्हें टीसी नहीं दिया जा रहा है.
ऐसे में दूसरे स्कूलों में प्रोविजनल एडमिशन ले चुके स्टूडेंट्स का एडमिशन संकट में आ गया है. इस संबंध में पूछे जाने पर डीएवी कपिलदेव के प्राचार्य एमके सिन्हा ने कहा कि टीसी नहीं देने की वजह स्टूडेंट्स की ओर से आवेदन नहीं देना है. बुधवार को जो अभिभावक या विद्यार्थी स्कूल आए थे, उनसे आवेदन लिया गया है. एक-दो दिन में सभी को टीसी मिल जायेगा.
posted by : sameer oraon