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ranchi news : बीआइटी मेसरा के 34वां दीक्षांत समारोह में 2715 विद्यार्थियों को बांटी गयीं डिग्रियां

बीआइटी मेसरा के जीपी बिड़ला ऑडिटोरियम में शनिवार को 34वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. 17 सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को मिला गोल्ड मेडल दिया गया़

दीक्षांत समारोह में 17 सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को मिला गोल्ड मेडल

पहली बार 100 से अधिक पीएचडी डिग्रियां हुईं सम्मानित

रांची. बीआइटी मेसरा के जीपी बिड़ला ऑडिटोरियम में शनिवार को 34वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में बीआइटी मेसरा मेन कैंपस समेत अन्य छह ऑफ कैंपस-बीआइटी एक्सटेंशन लालपुर, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआइटी मेसरा, देवघर, पटना, नोएडा और जयपुर के सफल कुल 2715 विद्यार्थियों के बीच डिग्री बांटी गयी. राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार मुख्य अतिथि थे. उन्होंने विभिन्न संकाय के सर्वश्रेष्ठ 17 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया. वहीं, भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुवनंतपुरम के संस्थापक निदेशक सह एयरो स्पेस साइंटिस्ट पद्मभूषण डॉ बयराना नागप्पा सुरेश बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए. उन्होंने विद्यार्थियों को ””एजेंट ऑफ चेंज”” यानी विकसित भारत का सूत्रधार बनने की अपील की. दीक्षांत समारोह के दौरान 1824 यूजी डिग्री, 636 पीजी डिग्री, 152 डिप्लोमा और 103 पीएचडी डिग्री धारकों को डिग्री प्रदान की गयी. दीक्षांत समारोह में बीआइटी मेसरा मेन कैंपस से सत्र 2020-24 में बीइ, बीटेक व बीआर्क, बीएससी, एमटेक व एमएससी, एमबीए व पीएचडी का कोर्स पूरा करनेवाले 1300 (यूजी की 788, पीजी की 422 और पीएचडी की 90 डिग्री) विद्यार्थियों के बीच डिग्री बांटी गयी.

पहली बार 100 से अधिक पीएचडी धारकों को मिली डिग्री

बीआइटी मेसरा का 34वां दीक्षांत समारोह खास रहा. इस वर्ष पहली बार संस्था के 103 शोधार्थियों को एक-साथ पीएचडी की डिग्रियां बांटी गयी. वहीं, एक ही छत के नीचे आयोजित समारोह में बीआइटी मेसरा समूह के ऑफ कैंपस – देवघर कैंपस के 146, लालपुर एक्सटेंशन के 481, पटना के 267, नोएडा कैंपस के 149, जयपुर कैंपस के 195 और यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआइटी मेसरा के 177 (152 डिप्लोमा और 25 यूजी) विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी गयी. डिग्री हासिल कर रहे सभी छात्र शैक्षणिक सत्र 17 अगस्त 2023 से आठ अक्तूबर 2024 के बीच आयोजित सभी परीक्षाओं में सफल होकर समारोह में शामिल हुए.

17 गोल्ड मेडलिस्ट में 10 छात्राएं

संस्था के 70वें प्लैटिनम जुबली वर्ष पर आयोजित 34वें दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों से सफल हुए 17 सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया. इनमें 10 लड़कियां और सात लड़के शामिल थे. गोल्ड मेडल हासिल करने वालों में – रिद्धी शर्मा, तिवारी अशिता आलोक, मनप्रीत सिंह, स्नेहा झा, मिलिंद भास्कर, सौम्यकांति पांडा, निशांत बियानी, शाश्वत सिन्हा, ऋिषिका राज, एहतेशाम सिद्दिकी, अनिरुद्ध चटर्जी, अमृता बंदोपाध्याय, स्निग्धा चक्रवर्ती, प्रयत्न गुप्ता, सौम्या भारती, साक्षी तिवारी और अंकित गिरी शामिल थे.

देश को विश्व की तीसरी ताकत बनाने में करें योगदान

मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2048 तक देश को विश्व का तीसरा शक्तिशाली देश बनाने का लक्ष्य तय किया है. यह इंजीनियरों के बगैर संभव नहीं है. उद्यमिता, नवाचार और अनुसंधान की दिशा में लगातार प्रयासरत रहेंगे, तभी सफलता मिलेगी. बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन सीके बिड़ला ने कहा कि दीक्षा समारोह पेशेवर जीवन में लगातार सीखने की यात्रा की शुरुआत है. ज्ञान को खुद तक सीमित नहीं रखें. अपने ज्ञान के प्रकाश से दूसरों को भी प्रेरित करें. अपनी सफलता का मार्ग स्वयं तैयार करें. जीवन में यदि कोई चुनौती आये, तो उस चुनौती से घबराये बिना उसे अवसर में बदलने का सामर्थ्य रखें. भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुवनंतपुरम के संस्थापक निदेशक सह एयरो स्पेस साइंटिस्ट पद्मभूषण डॉ बयराना नागप्पा सुरेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य रखा है. ऐसे में इंजीनियरिंग पढ़कर निकल रहे विद्यार्थियों को नये शोध और नवाचार कर भविष्य गढ़ने की जरूरत है.

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