रांची : कोरोना को मात देनेवाले कुछ लोगों में पोस्ट कोविड की समस्या होनी शुरू हो गयी है. निमोनिया पीड़ित होने व हाई फ्लो ऑक्सीजन पर रखकर इलाज करने के कारण लोगों को लंग्स फाइब्रॉइड (फेफड़े में सिकुड़न) की समस्या होने लगी है. इस कारण सांस लेने में परेशानी होती है व छाती में दर्द होता है. इसके अलावा थकान व कमजोरी की समस्या भी हो रही है. अस्पताल आने पर लोगों को दवा दी जा रही है और योग करने की सलाह दी जा रही है.
छाती रोग विशेषज्ञ की मानें तो अगर संक्रमित निमोनिया से पीड़ित हो जातें या उनमें ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, तो ऐसे मरीज कोरोना से स्वस्थ हाेने के बाद पोस्ट कोविड की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं. इसके अलावा खून में थक्का जमने की समस्या भी आ जाती है. ऐसे में भविष्य में छाती की समस्या हो सकती है. रिम्स के छाती रोग विशेषज्ञ डॉ ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि इस समस्याओं से सावधानी व जागरूकता से बचा जा सकता है.
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निमोनिया पीड़ित होने व हाई फ्लो ऑक्सीजन से उत्पन्न हो रही है समस्या
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सांस लेने में परेशानी होती है, छाती में दर्द होता है और कमजोरी भी लगती है
कोरोना से ठीक हो चुके कई लोगों में पोस्ट कोविड की समस्या होने लगी है. संक्रमण के दौरान निमोनिया से पीड़ित हो जाने या फिर कृत्रिम ऑक्सीजन पर रखे जाने पर मरीजों में फेफड़ा सिकुड़ने की समस्या आती है. उनको थकान व कमजोरी भी होती है. कोरोना से ठीक हो चुके कई लोग ऐसी समस्या लेकर अस्पताल आने लगे हैं.
डॉ निशीथ कुमार, छाती रोग विशेषज्ञ
जेल आइजी कार्यालय का कर्मी कोरोना पॉजिटिव, सील : जेल आइजी वीरेंद्र भूषण के कार्यालय (नजारत) में कार्यरत नाजिर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है़ इसकी जानकारी मिलने के बाद आइजी ने कार्यालय को सोमवार व मंगलवार दो दिन के लिए सील कर दिया़ उन्होंने बताया कि सोमवार को नाजिर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी मिलते ही कार्यालय को सील कर पूरे कार्यालय को सैनिटाइज कराया गया़ मंगलवार को भी कार्यालय काे सैनिटाइज किया जायेगा. बुधवार से कार्यालय खोल दिया जायेगा़ चार अगस्त को जेल आइजी का सरकारी ड्राइवर व बॉडीगार्ड भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था़
Post by : Pritish Sahay