Corona Effect : रांची रेड, नौ जिले ऑरेंज और 14 जिले ग्रीन जोन में हैं – स्वास्थ्य सचिव

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों के रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन जारी किये गये हैं. झारखंड में रांची जिला रेड जोन में है. वहीं नौ जिले ऑरेंज व अन्य 14 जिले ग्रीन जोन में हैं

By Pritish Sahay | May 1, 2020 5:06 AM

रांची : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों के रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन जारी किये गये हैं. झारखंड में रांची जिला रेड जोन में है. वहीं नौ जिले ऑरेंज व अन्य 14 जिले ग्रीन जोन में हैं. केंद्र के निर्देशानुसार वैसे जिले जो ऑरेंज जोन में हैं, वहां 21 दिनों तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिलता है तो उसे ग्रीन जोन में डाल दिया जायेगा. श्री कुलकर्णी गुरुवार को आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल के साथ प्रोजेक्ट भवन में प्रेस को संबोधित कर रहे थे.

33 कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन का कड़ाई से हो रहा पालनश्री कुलकर्णी ने बताया कि अभी कुल 33 कंटेनमेंट जोन निर्धारित किये गये हैं, जिसमें से 15 रांची में हैं. यहां लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है. किसी को भी आने-जाने की अनुमति है. उन्होंने बताया कि राज्य में फेस मास्क, पीपीई किट पर्याप्त मात्रा में है. प्रत्येक जिले को पर्याप्त संख्या में उपलब्ध करा दिया गया है. साथ ही स्टॉक भी रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर संबंधित जिले को उपलब्ध कराया जा सके.

उन्होंने बताया कि कोविड-19 की जांच के लिए चार जांच केंद्र काम कर रहे हैं. तीन नये मेडिकल संस्थानों में लैब का निर्माण कराया जा रहा है. इसके साथ ही आइसीएमआर द्वारा कुछ प्राइवेट जांच घरों को अनुमति देने हेतु कार्य किया जा रहा है. सचिव ने बताया कि राज्य में अभी कोरोना के 84 एक्टिव केस हैं, जबकि डेथ रेट 2.80 प्रतिशत है .

प्रवासियों को लाने की व्यवस्था हो रही है : कौशलश्री कौशल ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार झारखंड के बाहर फंसे लोगों को लाने की व्यवस्था की जा रही है. कहा कि केंद्र सरकार से कुछ स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की गयी है. जो राज्य झारखंड से सटे हैं और जहां से बसों से आवागमन की सुविधा हो सकती है, वहां के लिए राज्य सरकार तैयारी कर रही है. इसके लिए विभाग द्वारा बसें भेजने की तैयारी की जा रही है.

राज्य सरकारें समन्वय कर रही हैं कि उनके राज्य के वैसे लोग जो झारखंड में फंसे हैं, उन्हें झारखंड से जानेवाली बसें लेकर जायेंगी तथा वहां से झारखंड के वैसे लोगों को वापस लायेगी जो उस राज्य में फंसे हैं. उन्होंने बताया कि आनेवाले लोगों की पहले स्क्रीनिंग की जायेगी. फिर आवश्यकता अनुसार होम क्वारेंटाइन या क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा.

Next Article

Exit mobile version