झारखंड में कब तक बढ़ेगा कोरोना संक्रमण, ओमिक्रॉन है कितना घातक, एक्सपर्ट डॉ प्रवीण कर्ण ने कही ये अहम बात
Jharkhand News: डॉ प्रवीण कर्ण ने कहा कि झारखंड में ओमिक्रॉन का मामला अब तक नहीं आया है, जो वायरस है, वह ज्यादा खतरनाक नहीं है. यह गले तक ही रहता है. फेफड़े में नहीं जाने के कारण संक्रमण खतरनाक स्तर पर नहीं जा पाता है और चार से पांच दिनों में सामान्य दवा लेने पर ठीक हो जाता है.
Jharkhand News: झारखंड में अगले 15 दिनों तक कोरोना के मामले ज्यादा बढ़ेंगे यानी 15 जनवरी तक विशेष रूप से एहतियात बरतने की जरूरत है. इसके बाद कोरोना केस घटने का अनुमान है. यह दावा शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के राज्य महामारी विशेषज्ञ डॉ प्रवीण कर्ण ने किया है. वह इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आइडीएसपी) के प्रभारी भी हैं. डॉ प्रवीण कर्ण ने कहा कि झारखंड में ओमिक्रॉन का मामला अब तक नहीं आया है. जो वायरस है, वह ज्यादा खतरनाक नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग के राज्य महामारी विशेषज्ञ डॉ प्रवीण कर्ण का कहना है कि डब्ल्यूएचओ ने भी अनुमान लगाया है कि वायरस अब अंतिम चरण में है. वायरस 15 दिनों तक ज्यादा लोगों में मिलेंगे फिर हर्ड इम्यूनिटी डेवलप हो जायेगी. टीका लेनेवालों के लिए वायरस ज्यादा घातक नहीं है. सीटी वैल्यू 25 के आसपास ही मिल रहे हैं. लोगों में हर्ड इम्यूनिटी डेवलप होती जायेगी. फिर यह स्वतः ही समाप्त हो जायेगा.
डॉ प्रवीण कर्ण ने कहा कि झारखंड में ओमिक्रॉन का मामला अब तक नहीं आया है, जो वायरस है, वह ज्यादा खतरनाक नहीं है. यह गले तक ही रहता है. फेफड़े में नहीं जाने के कारण संक्रमण खतरनाक स्तर पर नहीं जा पाता है और चार से पांच दिनों में सामान्य दवा लेने पर ठीक हो जाता है. ज्यादातर लोगों में सीटी वैल्यू 25 या इससे अधिक है. यह घातक नहीं है. टीके के डबल डोजवाले भले ही संक्रमित हो जाते हैं, पर चार से पांच दिनों में वैसे लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं. इसलिए लोग टीके की दोनों डोज अवश्य लें.
रिपोर्ट: सुनील चौधरी