राज्य में कोरोना की रफ्तार धीमी तो हुई है, लेकिन रांची जिले में कोरोना संक्रमण की गति अभी भी तेज है. रांची में राज्य के अन्य जिलों से सबसे अधिक संक्रमित मिल रहे हैं. विगत आठ दिनों में रांची जिले में सबसे ज्यादा 2,730 लोग संक्रमित हुए हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि रांची में संक्रमण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण हल्का लक्षण होने पर जांच नहीं कराना है. ऐसे लोग मेडिकल दुकान से सामान्य फ्लू की दवा खरीद कर खा ले रहे हैं. इससे कुछ लो ही स्वस्थ हो रहे हैं.
क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य फ्लू की दवा खाने व इम्युनिटी ठीक होने से कुछ लोग स्वस्थ हो जा रहे हैं, लेकिन काफी लोगों पर इन दवाओं का कोई असर नहीं पड़ रहा है. ऐसे लोगों की संख्या करीब 60 से 70 फीसदी है. ऐसे लोगों को कोरोना की जांच करानी ही पड़ रही है, जो पॉजिटिव आ रहे हैं.
इनमें से पांच से सात फीसदी लोगों को आइसीयू मेें भर्ती करना पड़ रहा है. कई की जान भी इस चक्कर में चली जा रही है. अगर ऐसे लोग सही समय पर अपनी जांच करा लें, तो खुद के साथ-साथ उनके परिवार भी सुरक्षित रहेंगे. चिंता की बात यह भी है कि जांच बढ़ने से संक्रमितों की संख्या घट-बढ़ जा रही है.
विगत तीन दिनों में जांच की तुलना में मिलने वाले संक्रमित का प्रतिशत तीन अक्तूबर को 16.05 फीसदी, चार अक्तूबर को 13 फीसदी व पांच अक्तूबर काे 10.3 फीसदी संक्रमित रहा है.
तीन से पांच दिन में आराम नहीं मिले, तो तुरंत करायें कोरोना जांच : सामान्य फ्लू के लक्षण वाले लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. सामान्य दवा से अगर तीन से पांच दिन में आराम नहीं मिले, तो कोरोना की जांच अवश्य करा लें.
posted by : sameer oraon