एक्सट्रा बेड लगा कर रिम्स में भर्ती किये जा रहे कोरोना पॉजिटिव
कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या ने रिम्स के कोविड-19 अस्पताल के सामने भी विकट स्थिति पैदा कर दी है. 100 संक्रमितों को रखने की क्षमता वाले कोविड अस्पताल में अब जगह नहीं बची है.
रांची : कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या ने रिम्स के कोविड-19 अस्पताल के सामने भी विकट स्थिति पैदा कर दी है. 100 संक्रमितों को रखने की क्षमता वाले कोविड अस्पताल में अब जगह नहीं बची है. गंभीर संक्रमितों को एक्सट्रा बेड लगा कर भर्ती करना पड़ रहा है. गुरुवार को अस्पताल में भर्ती हुए लोगों का आंकड़ा 102 पहुंच गया. स्थिति यह हो गयी है कि रिम्स के पांच विभाग में भर्ती सामान्य मरीज के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर उन्हें तत्काल नहीं शिफ्ट किया जा रहा है.
जिस वार्ड में भर्ती मरीज पॉजिटिव पाया जा रहा है, उसे उसी वार्ड के एक कोने में अलग से बेड लगा कर रखा जा रहा है. वहीं, कोविड अस्पताल में बेड खाली होने का इंतजार किया जाता है, ताकि संक्रमितों को शिफ्ट किया जाये. दूसरी ओर, कोविड अस्पताल में संक्रमितों की बढ़ती संख्या को लेकर गुुरुवार को रिम्स प्रबंधन व टास्क फोर्स की बैठक हुई. इसमें बेड खत्म होने व संक्रमितों को भर्ती में परेशानी पर विचार किया गया.
टास्क फोर्स द्वारा बताया गया कि बेड नहीं हाेने के कारण संक्रमितों को भर्ती नहीं किया जा सकता है. ऐसे में एसिम्टोमैटिक मरीज को अब किसी भी हाल में भर्ती नहीं किया जायेगा. ड्यूटी डॉक्टरों के लिए भी नहीं बचा बेड रिम्स के कोविड वार्ड में कोरोना संक्रमितों के इलाज व देखभाल में लगे डॉक्टर व नर्सों के लिए भी बेड नहीं है. ड्यूटी करने के दौरान उनको लेटने के लिए बेड नहीं बचा है.
डॉक्टर सूत्रों ने बताया कि जब इलाज करनेवाले व देखभाल करनेवालों काे सहूलियत नहीं मिलेगी, तो वह खुद बीमार पड़ जायेंगे. ऐसे में परेशानी और बढ़ सकती है. कोट कोविड-19 अस्पताल में एक्सट्रा बेड लगाना पड़ रहा है. 100 की क्षमता है, लेकिन 102 संक्रमित भर्ती किये गये हैं. आइसोलेशन में भी बेड खत्म हो गया है.
वार्ड में मिल रहे पॉजिटिव मरीज को भी हम भर्ती करने की स्थिति में नहीं हैं. उन्हें सामान्य मरीजों से अलग करके रखा जा रहा है. बेड की उपलब्धता होने पर ही पॉजिटिव मरीज को शिफ्ट किया जा रहा है. डॉ प्रभात कुमार, चेयरमैन, टास्क फोर्स
Post by : Pritish sahay