रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में शुक्रवार से कोरोना की जांच शुरू हो जायेगी. इसके लिए रिम्स प्रबंधन ने रियल टाइम पीसीआर मशीन मंगा ली है. यह मशीन बुधवार को रिम्स आ गयी. आज मशीन का इंस्टालेशन किया जायेगा. शुक्रवार से कोरोना वायरस की जांच शुरू हो जायेगी. जांच की जिम्मेदारी माइक्रोबायोलॉजी विभाग को दी गयी है. रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मशीन आने के बाद अब माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना की जांच होने लगेगी. सैंपल को जांच के लिए जमशेदपुर नहीं भेजा जायेगा. आठ से 12 घंटे में जांच रिपोर्ट मिल जायेगी.
एक सप्ताह में रिम्स के पास हो जायेगा दो रियल टाइप पीसीआर : रिम्स में एक रियल टाइम पीसीआर मशीन आने के बाद दूसरी मशीन को मंगाने की प्रक्रिया तेज हो गयी है. प्रबंधन ने कंपनी को एक सप्ताह के अंदर दूसरी मशीन उपलब्ध कराने को कहा है. माइक्रोबायोलॉजी विभाग में दो मशीन होने से ज्यादा से ज्यादा जांच की सुविधा मिलने लगेगी. उक्त मशीन नौ लाख में खरीदी गयी है.
हेल्प डेस्क बनाया गया : रिम्स प्रबंधन द्वारा इमरजेंसी के सामने कोरोना के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया है. यहां 24 घंटे सेवा उपलब्ध होगी. जूनियर डॉक्टर के अलावा कर्मचारी मौजूद रहेंगे. मेडिसिन विभाग के डॉक्टर भी रहेंगे.
रिपोर्ट आने तक सैंपल देनेवाले को निगरानी में रखा जायेगा
रांची : राज्य में कोरोना का रेगुलेशन एक्ट लागू होने के बाद रिम्स प्रबंधन सख्त हो गया है. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा जिस व्यक्ति का ब्लड सैंपल लिया जायेगा, उसे रिपोर्ट आने तक निगरानी में रखा जायेगा. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जायेगा. वहीं रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीज को घर में आइसोलेशन बनाकर रहना होगा. उक्त बातें बुधवार को रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह व अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
डॉ डीके सिंह ने बताया कि अनावश्यक अस्पताल में भीड़ लगाने की जरूरत नहीं है. अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने कहा कि बुधवार से रेगुलेशन एक्ट के हिसाब से अस्पताल में व्यवस्था कर दी गयी है. आइसोलेशन वार्ड जाने के लिए एक रास्ता बनाया गया है, जहां पुलिस तैनात रहेगी. उन्होंने कहा कि हमारे यहां जितने लोगों का सैंपल लिया गया है, उसकी जानकारी जिला व स्टेट प्रशासन को दे दी गयी है.
निगरानी में हैं रिम्स में सैंपल देने वाले सभी व्यक्ति : निदेशक ने बताया कि विदेश से आये जिन व्यक्तियों ने हल्के लक्षण की बात बतायी, उनका सैंपल लिया गया था. सैंपल लेने के बाद जिन्होंने घर जाने की इच्छा जतायी थी, उन्हें घर में एहतियात बरतने की जानकारी देकर भेज दिया गया था. हर व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग व हमारे विंग की निगरानी में है. उनका नंबर भी रखा गया है. अधूरी सूचना को फैलाने की जरूरत नहीं है. उपाधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बताया गया आइसोलेशन वार्ड में 200 मरीजों के इलाज की व्यवस्था है. भारत सरकार की गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है.
अब तक 27 का सैंपल लिये गये, 17 की रिपोर्ट निगेटिव
माइक्रोबायाेलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने बताया कि अभी तक 27 लोगों का सैंपल लिया गया है, जिसमें से 17 की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. छह व्यक्ति की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिनका सैंपल जांच के लिए एमजीएम लैब भेजा गया है. वहीं बुधवार को चार नये लोगों का सैंपल लिया गया है. उक्त सैंपल को गुरुवार को जांच के लिया जमशेदपुर भेजा जायेगा. मरीज घर पर आइसोलेशन में रहना चाहता है तो उसे भेजा जा सकता है. आइसोलेशन वार्ड में दो व्यक्ति भर्ती हैं, जिनकी रिपोर्ट आनी है.
छह लोगों की ब्लड जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी
रांची. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा मंगलवार को भेजे गये छह व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट बुधवार को निगेटिव आयी है. विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने बताया कि बुधवार की रात आठ बजे रिपोर्ट अायी, जो निगेटिव है. चार की जांच रिपोर्ट गुरुवार देर शाम आयेगी. इधर, रिम्स में एक महिला की जांच की गयी, जिसमें कोरोना का लक्षण नहीं पाया गया़ इस कारण उसका सैंपल नहीं लिया गया.
सदर अस्पताल में बनेगा 10 बेड का अाइसोलेशन वार्ड
रांची. कोरोना को लेकर सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने पर बुधवार को विचार-विमर्श किया गया. सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार तक नयी बिल्डिंग में आइसोलेशन विंग तैयार कर लिया जायेगा. अस्पताल के तीसरे व चौथे तल्ला पर वार्ड बनाने के लिए जगह चिन्हित किया गया है. डॉक्टरों की टीम का चयन कर आइसोलेशन वार्ड की जिम्मेदारी दे दी जायेगी.