झारखंड में मुस्तैदी से जुटा है ऑक्सीजन टास्क फोर्स, आइएएस अधिकारी करते हैं निगरानी, हर दिन ली जाती है रिपोर्ट

टास्क फोर्स के जितेंद्र सिंह ने बताया राज्य में जितने भी निजी व सरकारी अस्पताल हैं, सभी से प्रत्येक दिन ऑक्सीजन सिलिंडर की स्थिति व स्टॉक की जानकारी ली जाती है. तमाम बड़े अस्पतालों में टास्क फोर्स के पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये हैं, जो नियमित रूप से यह देखते हैं कि कहां ऑक्सीजन है और कहां नहीं है. जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन कम होने की रिपोर्ट आती है, वहां तत्काल ऑक्सीजन मुहैया कराया जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 5, 2021 9:40 AM

Corona Update In Jharkhand रांची : झारखंड में कोरोना मरीजों को प्राण वायु मिलता रहे, इसके लिए राज्य सरकार ने ऑक्सीजन टास्क फोर्स का गठन किया है. नियमित रूप से राज्य के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसके लिए टास्क फोर्स के सदस्य मॉनिटरिंग करते हैं. नेपाल हाउस स्थिति उद्योग निदेशालय से ऑक्सीजन टास्क फोर्स का संचालन होता है. इसकी मॉनिटरिंग उद्योग निदेशक जितेंद्र सिंह के अलावा 2020 बैच के तीन आइएएस अधिकारी और 30 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी करते हैं.

हर दिन अस्पतालों से ली जाती है रिपोर्ट

टास्क फोर्स के जितेंद्र सिंह ने बताया राज्य में जितने भी निजी व सरकारी अस्पताल हैं, सभी से प्रत्येक दिन ऑक्सीजन सिलिंडर की स्थिति व स्टॉक की जानकारी ली जाती है. तमाम बड़े अस्पतालों में टास्क फोर्स के पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये हैं, जो नियमित रूप से यह देखते हैं कि कहां ऑक्सीजन है और कहां नहीं है. जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन कम होने की रिपोर्ट आती है, वहां तत्काल ऑक्सीजन मुहैया कराया जाता है.

इसके अलावा समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर अस्पतालों में सिलिंडर प्रबंधन कमेटी भी बनायी जा रही है. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि चतरा जिले के किसी अस्पताल में सिलिंडर में गैस खत्म हो गया और तत्काल ऑक्सीजन की जरूरत है, तो नजदीकी अस्पताल में बचे हुए स्टॉक को उस अस्पताल तक पहुंचाया जाता है.

हर दिन होता है सिलिंडर का आवंटन :

टास्क फोर्स द्वारा प्रतिदिन अस्पतालों के लिए सिलिंडर का आवंटन किया जाता है. इसके अनुरूप ही ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट से सिलिंडर भेजे जाते हैं. राज्य में इस समय पांच लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादक हैं, जबकि 19 ऑक्सीजन रिफिलिंग सेंटर है.

सभी जगहों पर टास्क फोर्स में राज्य प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी तैनात हैं, जो सिलिंडर अस्पतालों को मिले, यह सुनिश्चित करते हैं. टास्क फोर्स का काम यह भी देखना है कि दूसरे राज्यों को कितना ऑक्सीजन जा रहा है. फिलहाल राज्य में 680 टन ऑक्सीजन का उत्पादन प्रतिदिन हो रहा है. इसमें से 80 टन ऑक्सीजन की खपत झारखंड में है.

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version