Corona Vaccination In Jharkhand : कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता का अभाव, रांची के अनगड़ा में कामता गांव के लोगों ने नहीं ली वैक्सीन, बैरंग लौटी स्वास्थ्य विभाग की टीम
Corona Vaccination In Jharkhand, रांची न्यूज (जीतेंद्र कुमार) : झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि कोरोना से बचाव में टीका ही कारगर है. किसी के बहकावे में नहीं आएं. कोरोना का टीका जरूर लगवाएं. इसके बावजूद रांची जिल के अनगड़ा प्रखंड की कुच्चू पंचायत के कामता गांव के ग्रामीणों ने गुरूवार को स्वास्थ्य टीम के पहुंचने के बाद भी कोरोना वैक्सीन नहीं ली. टीम लोगों का इंतजार करती रह गयी और आखिरकार बैरंग लौटी.
Corona Vaccination In Jharkhand, रांची न्यूज (जीतेंद्र कुमार) : झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि कोरोना से बचाव में टीका ही कारगर है. किसी के बहकावे में नहीं आएं. कोरोना का टीका जरूर लगवाएं. इसके बावजूद रांची जिल के अनगड़ा प्रखंड की कुच्चू पंचायत के कामता गांव के ग्रामीणों ने गुरूवार को स्वास्थ्य टीम के पहुंचने के बाद भी कोरोना वैक्सीन नहीं ली. टीम लोगों का इंतजार करती रह गयी और आखिरकार बैरंग लौटी.
रांची जिले के अनगड़ा प्रखंड के कामता गांव के सामुदायिक भवन में गुरूवार को कोरोना वैक्सीनेशन शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर में शिक्षा विभाग की पर्यवेक्षिका अमीता कुमारी, पंचायत सचिव गोविन्द महतो, आईसीडीएस से महिला पर्यवेक्षिका, वार्ड सदस्य नरेश बेदिया, स्वास्थ्य सहिया सिरोमनी बांडो, सीआरपी शिवा मुंडा सहित स्वास्थ्य विभाग के लोग शामिल थे. आयोजित शिविर में काफी इंतजार के बाद भी एक भी व्यक्ति वैक्सीन लेने नहीं पहुंचा. इसके बाद टीम के सदस्यों ने गांव में घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया. बावजूद इसके एक भी व्यक्ति इसके लिए तैयार नहीं हुआ.
अमीता कुमारी ने बताया कि जब एक भी लोग शिविर में नहीं पहुंचे तो टीम गांव में गयी तो अधिकतर घर बंद मिले. कुछ महिलाओं को इस संबंध में मोटिवेट करने का प्रयास किया गया तो वे उठकर चली गयीं. सिर्फ एक महिला ने कहा कि अभी अस्वस्थ हूं. ठीक होने के बाद वैक्सीन लूंगी. बाद में टीम ग्राम प्रधान दुलाल बेदिया से मिली. उन्होंने वैक्सीन लेने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि गांव का एक व्यक्ति टीका लेने से बीमार पड़ गया है. उस पर 80 हजार रुपये खर्च हुआ है फिर भी अच्छा से ठीक नहीं हुआ है. बाद में ग्राम प्रधान ने टीम को आश्वासन दिया कि इस संबंध में बैठक कर गांववालों को समझाने का प्रयास किया जाएगा तो लोग तैयार होंगे.
पंचायत सचिव गोविन्द महतो ने कहा कि वैक्सीनेशन शिविर के बारे में एक दिन पहले ही पूरे गांव में सूचना दी गई थी. इसके बावजूद भी एक भी व्यक्ति शिविर में नहीं पहुंचा. सूचना देने के समय भी अधिकतर ग्रामीणों ने वैक्सीन लेने से मना कर दिया था. सीआरपी शिवा मुंडा ने कहा कि क्षेत्र के कई पारा शिक्षक शिविर में पहुंचे थे, लेकिन अधिकतर की उम्र 45 से कम थी. मात्र दो लोग ही 45 प्लस के थे. 8 वैक्सीन बर्बाद होने की संभावना को देखकर उन्हें वैक्सीन नहीं दिया गया. वार्ड सदस्य नरेश बेदिया ने कहा कि गांवों में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तरह-तरह की अफवाह फैली हुई है. अधिकतर ग्रामीणों के दिमाग में यह बात घर कर गयी है कि कोरोना वैक्सीन सुरक्षित नहीं है. समझाने पर भी लोग नहीं मान रहे हैं.
कामता गांव में कुल मतदाता 650 लोग हैं. करीब 350 लोग 45 प्लस उम्र के हैं. 200 परिवार वाले इस गांव में 190 परिवार के राशन कार्ड बने हैं. इस संबंध में बीडीओ उत्तम प्रसाद ने कहा कि लोगों में जागरूकता का अभाव है. लोगों को प्रेरित करने का काम किया जा रहा है. दर्जनों ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर उन्हें वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया. सभी पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. इधर, गेतलसूद बनादाग में आयोजित शिविर में 18 लोगों ने वैक्सीन ली.
Posted By : Guru Swarup Mishra