Corona Vaccine: 1.54 लाख फ्रंटलाइन वर्कर को आज से लगेगा कोरोना टीका, जानिए सूबे में अबतक कितना हुआ वैक्सीनेशन
corona vaccine: फ्रंटलाइन वर्कर में बीएसएफ, सीआइएसएफ,एसएसबी, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मी, होम गार्ड, पुलिसकर्मी, नगर विकास विभाग के अधीन नगर निगम एवं नगर निकाय के कर्मी, राजस्व विभाग के कर्मी शामिल हैं.
Corona Vaccine: झारखंड में तीन फरवरी से 1.54 लाख फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोना का टीका लगाया जायेगा़ स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. अब तक केवल सरकारी व निजी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों को ही टीका दिया जा रहा था. फ्रंटलाइन वर्कर में बीएसएफ, सीआइएसएफ,एसएसबी, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मी, होम गार्ड, पुलिसकर्मी, नगर विकास विभाग के अधीन नगर निगम एवं नगर निकाय के कर्मी, राजस्व विभाग के कर्मी शामिल हैं. इन्हें बुधवार यानी आज से टीका लगाया जायेगा.
ये हैं फ्रंटलाइन वर्कर : बीएसएफ, सीआइएसएफ, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, एसएसबी, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मी, होम गार्ड, पुलिसकर्मी, नगर निगम एवं नगर निकाय के कर्मी व राजस्व विभाग के कर्मी
झारखंड को कोविशील्ड और कोवैक्सीन के अब तक तीन लाख 71 हजार 760 डोज मिल चुके हैं. इनमें कोविशील्ड की 334000 व कोवैक्सीन की 37760 डोज शामिल हैं. राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजीत कुमार ने बताया कि टीकाकरण लगातार जारी है. इसी कड़ी में फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाने का आदेश भारत सरकार से मिल चुका है. राज्य के 163 टीकाकरण केंद्रों में टीका लगाया जा रहा है.
अफवाह फैलानेवालों पर होगी कार्रवाई : कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलानेवालों पर पर कर्रवाई की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग के अभियान निदेशक रविशंकर शुक्ला ने सभी जिलों के उपायुक्त को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि कोरोना टीके की प्रभावशीलता आदि को लेकर फैलायी जा रही अफवाहों और खबरों पर अंकुश लगायें.
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कुल 17686 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका देने का लक्ष्य था, पर 42 प्रतिशत ही टीकाकरण हुआ
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धनबाद में कोवैक्सीन का टीका लेने सिर्फ नौ लोग पहुंचे, नहीं लगा टीका
10 जिलों में चार से 13 तक होगा सिरो सर्वे : झारखंड के 10 जिलों में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए चार से 13 फरवरी तक सिरो सर्वे होगा. आइसीएमआर भुवनेश्वर की टीम सर्वे करेगी. टीम के सदस्य तीन फरवरी की शाम रांची पहुंच जायेंगे. बताया गया कि टीम यह पता लगायेगी कि कितनी प्रतिशत आबादी कोरोना से संक्रमित हुई और इसके बाद उनमें हर्ड इम्युनिटी आयी या नहीं. सितंबर 2020 में यह टीम उक्त 10 जिलों में सर्वे कर चुकी है. फिर से उन्हीं 10 जिलों में सर्वे करेगी और पता करेगी कि कितना बदलाव आया है.
इम्युनिटी में किस तरह के परिवर्तन आये हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि चार से आठ फरवरी के बीच गढ़वा, हजारीबाग, पश्चिमी सिंहभूम, दुमका व खूंटी में सर्वे होगा. वहीं नौ से 13 फरवरी के बीच पलामू, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, धनबाद व रांची में सर्वे होगा. प्रत्येक जिले में 500-500 सैंपल लिये जायेंगे.इसके बाद इसकी जांच आइसीएमआर द्वारा की जायेगी. बताया गया कि स्वास्थ्यकर्मी, कुरियर ब्वॉय व बैंककर्मी का रेंडम सैंपल लिया जायेगा.
राज्य में मंगलवार को सिर्फ 7389 लोगों को लगा टीका : झारखंड में मंगलवार को लक्ष्य के विरुद्ध सिर्फ 42 प्रतिशत ही टीकाकरण हुआ. कुल 17686 को टीका देने का लक्ष्य था, पर सिर्फ 7389 स्वास्थ्यकर्मियों को ही टीका लगाया गया. राज्य में अब तक 53 प्रतिशत ही टीकाकरण का लक्ष्य पूरा हो सका है. 16 जनवरी से लेकर अब तक 104632 टीकाकरण का लक्ष्य था, लेकिन 55441 का ही टीकाकरण हो सका है.
धनबाद के पीएमसीएच में कोवैक्सीन का टीका लगाने के लिए एक सेंटर बनाया गया है. एक सौ स्वास्थ्यकर्मियों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन एक भी स्वास्थ्यकर्मी को टीका नहीं लगाया जा सका. इस बाबत सेंटर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविभूषण ने बताया कि टीकाकरण के लिए केवल नौ लोग ही आये थे. कोवैक्सीन के एक वायल में 10 एमएल वैक्सीन होता है. इसमें 20 लोगों को टीका दिया जाना है.
इस कारण वायल को नहीं खोला गया. इसे खोलने पर टीका बर्बाद हो जाता. वहीं, धनबाद में कोविशील्ड का टीका 354 लोगों ने लिया. रांची के रिम्स में भी कोवैक्सीन के टीका के लिए एक सेंटर बनाया गया था, जहां 231 लोगों को टीका देना था, पर 119 लोगों ने ही टीका लिया. रांची में लक्ष्य 1897 के विरुद्ध केवल 985 लोगों को टीका लगा. यह लक्ष्य का 52 प्रतिशत है. सबसे कम टीकाकरण जामताड़ा जिले में हुआ है. यहां लक्ष्य 504 के विरुद्ध 44 लोगों ने ही टीका लिया. यह लक्ष्य का नौ प्रतिशत है. सबसे अधिक गिरिडीह में 59 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है. यहां 1207 के विरुद्ध 708 लोगों का टीकाकरण हुआ.
Posted by: Pritish Sahay