जून के शुरुआती हफ्ते में पीक पर रहा कोरोना, अंत में थमी रफ्तार, जून में 1769 पॉजिटिव मिले, 1553 लोग स्वस्थ भी हुए

झारखंड में कोरोना का मामला जून के शुरुआती हफ्ते में पीक पर पहुंच गया था, लेकिन माह के अंतिम सप्ताह में इसकी रफ्तार पर लगाम लगी. जून के शुरुआती हफ्ते में कोरोना की संक्रमण दर जहां 10 प्रतिशत से अधिक हो गयी थी,

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2020 1:04 AM
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रांची : झारखंड में कोरोना का मामला जून के शुरुआती हफ्ते में पीक पर पहुंच गया था, लेकिन माह के अंतिम सप्ताह में इसकी रफ्तार पर लगाम लगी. जून के शुरुआती हफ्ते में कोरोना की संक्रमण दर जहां 10 प्रतिशत से अधिक हो गयी थी, वहीं यह घटकर अब दो प्रतिशत से नीचे आ गयी है. तब 10 दिनों में कोरोना का संक्रमण दोगुना हो जा रहा था. अब 38 दिनों में दोगुना हो रहा है. पूरे जून माह में 1769 नये कोरोना संक्रमित मिले.

यानी औसतन 60 संक्रमित प्रतिदिन मिल रहे थे. इनमें 1501 यानी 95 फीसदी से अधिक प्रवासी हैं. इसमें 1553 लोग स्वस्थ भी हुए. 31 मई तक राज्य में कुल 635 पॉजिटिव मिले थे, जिसमें 461 प्रवासी थे. जून माह में कोरोना से कुल 10 मौत हुई है. इससे पहले मई और अप्रैल में पांच मौत हुई थी.

जुलाई में जीरो की स्थिति आ जायेगी : जानकार बताते हैं कि जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ हो रहे हैं. इससे जुलाई माह में एक्टिव केस जीरो रह जायेगा. तब संक्रमण और एक्टिव केस समानांतर चलेंगे. ऐसी स्थिति में सरकार को बहुत ज्यादा बेड की जरूरत नहीं पड़ेगी.

ग्रोथ रेट 7.14 से घट कर 1.81 प्रतिशत हुआ : एक जून को राज्य में संक्रमण की दर 7.14 प्रतिशत थी, जो घटकर 30 जून को 1.81 प्रतिशत हो गयी. वहीं स्वस्थ होने की दर तब 44.8 प्रतिशत थी, जो बढ़ कर 76.21 प्रतिशत हो गयी. एक जून को डबलिंग होने की दर 10.1 दिन थी,जो 30 जून को 38.68 दिन हो गयी है.

दिनांक कुल केस ठीक हुए

1.6.20 661 296

5.6.20 938 410

10.6.20 1551 592

15.6.20 1805 1000

20.6.20 2027 1404

25.6.20 2265 1605

30.6.20 2430 1849

(सुबह नौ बजे तक)

निजी जांच एजेंसी ने 2,400 में शुरू की कोरोना की जांच

राज्य में निजी जांच एजेंसी द्वारा कोरोना की जांच 2,400 रुपये में शुरू कर दी गयी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देश के बाद मंगलवार से सस्ती दर पर जांच होने लगी है. मेडिका व पाथ काइंड लैब में जांच कराने आये लोगों ने कहा कि जांच की दर कम होने से राहत महसूस कर रहे हैं. पहले 4,500 रुपये में जांच की जाती थी. जांच रिपोर्ट पहले की तरह 48 घंटे में उपलब्ध करायी जायेगी.

जांच दर कम होने से निजी जांच लैब में जांच करानेवालों की संख्या बढ़ गयी है. पाथ काइंड लैब के अमित सिंह ने बताया कि मंगलवार को 40 सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. वहीं मेडिका के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देश पर 2,400 में जांच शुरू कर दी गयी है. मंगलवार को 58 लोगों ने कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया है. गौरतलब है कि प्रभात खबर ने 13 मई को इससे संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी.

  • स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर मंगलवार से शुरू हो गयी सस्ती दर पर जांच

  • निजी जांच लैब में कोरोना जांच के लिए पहले 4,500 रुपये देने पड़ते थे

  • जांच की दर कम होने से लैब में जांच करानेवालों की संख्या 50 फीसदी बढ़ी

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