कोरोना का प्रभाव : अब तक नहीं लौटी औद्योगिक क्षेत्रों की रौनक, 80 फीसदी उद्योग अब भी बंद
कोरोना के कुप्रभाव से राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों की रौनक अब तक नहीं लौट पायी है. सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार अब भी राज्य के पांच औद्योगिक क्षेत्रों की 80 प्रतिशत इकाइयां बंद ही हैं.
शकील अख्तर, रांची : कोरोना के कुप्रभाव से राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों की रौनक अब तक नहीं लौट पायी है. सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार अब भी राज्य के पांच औद्योगिक क्षेत्रों की 80 प्रतिशत इकाइयां बंद ही हैं. अप्रैल और मई में इन औद्योगिक क्षेत्रों की 90 प्रतिशत इकाइयां बंद थीं. यानी औद्योगिक क्षेत्र की गतिविधियों को लॉकडाउन से पूरी तरह मुक्त करने और टाटा में कामकाज शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद भी स्थिति में सामान्य सुधार हुआ है. इस कारण अब भी इन औद्योगिक क्षेत्रों में काम करनेवालों के लिए रोजी-रोटी की समस्या कायम है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य के पांच औद्योगिक क्षेत्रों में लघु और मध्यम दर्जे की कुल 3002 इकाइयां हैं. लॉकडाउन से पहले करीब-करीब सभी इकाइयां चल रही थीं. केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में औद्योगिक गतिविधियों को बंद करने का आदेश जारी किये जाने के बाद इन औद्योगिक क्षेत्रों की 90 प्रतिशत इकाइयां बंद हो गयीं. अप्रैल व मई तक इन औद्योगिक क्षेत्रों में सिर्फ 323 इकाइयां ही चल रही थीं. इनमें फूड प्रोसेसिंग की 44 इकाइयों के अलावा बाकी एसेंशियल सर्विस (आवश्यक सेवा) से जुड़ी थीं.
राज्य सरकार द्वारा 18 मई को औद्योगिक क्षेत्रों की इकाइयों में काम-काज करने की अनुमति दी गयी. हालांकि, इन क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियां नहीं बढ़ीं. इसके बाद राजनीतिक स्तर पर यह मांग की जाती रही कि टाटा को खोलने की अनुमति नहीं दिये जाने की वजह से आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयां नहीं खुल रही रहीं हैं, क्योंकि यहां की ज्यादातर इकाइयां टाटा पर निर्भर हैं.
27 मई को सरकार ने दी थी उद्योगों को खोलने की अनुमति
स्थिति पर विचार करने के बाद सरकार ने 27 मई को शहरी क्षेत्र के उद्योगों को खोलने की अनुमति दी. इस आदेश के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा था कि राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों की रौनक लौट आयेगी. स्थिति का आकलन करने के लिए जून में औद्योगिक गतिविधियों का ब्योरा एकत्र किया गया.
16 जून तक के सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य की पांचों औद्योगिक इकाइयों में कुल 629 इकाइयां ही चालू पायी गयीं. यानी 20.95 प्रतिशत इकाइयां चल रही हैं. शेष करीब 80 प्रतिशत अब भी बंद हैं. शहरी क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दिये जाने के बाद आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में चालू इकाइयों की संख्या 181 से बढ़ कर 291 हो गयी.
यानी यहां सिर्फ 20.83 प्रतिशत इकाइयां चल रही हैं. बाकी अभी भी बंद हैं. रांची औद्योगिक क्षेत्र में लॉकडाउन की अवधि में 49 इकाइयां चल रही थीं. फिलहाल 185 इकाइयां चल रही हैं. बोकारों में मई में 60 इकाइयां चल रही थीं. जून में यह बढ़ कर 120 हो गयी. हालांकि संतालपरगना की स्थिति पहले जैसी ही रही. यहां मई में भी 33 इकाइयां चल रही थीं. जून में भी उतनी ही चल रही हैं.
औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद स्थिति में सामान्य सुधार
3002 लघु और मध्यम दर्जे की कुल इकाइयां हैं राज्य के पांच औद्योगिक क्षेत्रों में
323 इकाइयां ही चल रही थी अप्रैल और मई में, जो कुल संख्या का 10 प्रतिशत हैं
629 इकाइयां चल रही थीं जनू के पहले पखवाड़े तक, जो कुल संख्या का 20.95 प्रतिशत हैं
औद्योगिक क्षेत्रों में काम करनेवालों के लिए अब भी बरकरार है रोजी-रोटी की समस्या
औद्योगिक क्षेत्रों के कारखानों की स्थिति
औद्योगिक क्षेत्र कुल अप्रैल-मई में जून में
आदित्यपुर क्षेत्र 1397 181 291
रांची क्षेत्र 817 49 185
बोकारो क्षेत्र 745 60 120
संताल परगना क्षेत्र 43 33 33
Posted by : Pritish Sahay