Coronavirus : 14 दिन की कोरोना पॉजिटिव बच्ची की आंत की हुई सर्जरी
रिम्स के पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती 14 दिन की बच्ची के काेरोना पॉजिटिव होने पर उसे माता-पिता छोड़ कर भाग गये थे. सोमवार को शिशु सर्जरी विभाग में उक्त बच्ची का ऑपरेशन किया गया.
रांची : रिम्स के पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती 14 दिन की बच्ची के काेरोना पॉजिटिव होने पर उसे माता-पिता छोड़ कर भाग गये थे. सोमवार को शिशु सर्जरी विभाग में उक्त बच्ची का ऑपरेशन किया गया. शिशु सर्जन डॉ अभिषेक रंजन व उनकी टीम ने ऑपरेशन कर बच्ची की फटी हुई आंत को दुरुस्त किया. डॉ अभिषेक ने बताया कि बच्ची के लिए 48 घंटे अहम है.
सब कुछ ठीक रहा, तो बच्ची की जान बच जायेगी. बच्ची को फिलहाल गहन चिकित्सा यूनिट में रखा गया है. बच्ची कोरोना पॉजिटिव है. इसलिए ज्यादा गंभीर स्थिति है. इधर, बच्ची को छोड़ कर भागने वाले उसके माता-पिता तो नहीं आये, लेकिन बच्ची के दादा व दादी रिम्स पहुंचे हैं. डॉक्टरों से मिलकर बच्ची की स्थिति की जानकारी ली.
बच्ची के कोरोना पॉजिटिव होने पर माता-पिता उसे छोड़ कर भाग गये
बच्ची के दादा-दादी रिम्स पहुंचे, डॉक्टर से उसकी स्थिति की जानकारी ली
होम आइसोलेशन में रहने वालों के लिए गाइडलाइन : एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स इंडिया (एएचपीआइ) झारखंड चैप्टर ने एसिम्टोमेटिक व होम आइसोलेशन में रहनेवालों के लिए डॉक्टरों के सहयोग से गाइडलाइन बनायी है. मेदांता इरबा के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ तापस व अन्य डॉक्टरों ने कुछ दवाओं व सावधानी पर मंथन किया. इसमें कोरोना में अगर कोई हाेम आसोलेशन में है, तो क्या करना चाहिए और क्या सावधानी बरतनी चाहिए. जानकारी नहीं होने के कारण स्थिति बिगड़ जाती है. एएचपीआइ ने तीन दिन से माइल्ड बुखार व खांसी की समस्या वालों के लिए कुछ दवाएं व सावधानी बतायी है.
दवाओं में इवमैक्टीन 12 एमजी तीन दिन तक एक गोली, डाक्स्ट 100 एमजी सात दिन तक सुबह-शाम, कोविहाल्ट या फेवीफ्लू 200 एमजी, पेंटोसिड सुबह खाली पेट, पेरीजेसिक 650 एमजी, सीजेड एक गोली रोज लेना चाहिए. वहीं बिटाडीन का गरारा व भाप लेना चाहिए. ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन का स्तर जांच करें. ऑक्सीजन का स्तर अगर 93 से कम हो, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. गाइडलाइन को लेकर आइएमए भवन में एसोसिएशन की बैठक हुई.
आज 11 जिलों में चलेगा स्पेशल ड्राइव, 1.20 लाख टेस्ट होगा : राज्य के 11 जिलों में आठ सितंबर को कोरोना जांच के लिए स्पेशल ड्राइव चलाया जायेगा. रैपिड एंटीजेन किट से एक दिन में 1.20 लाख जांच का लक्ष्य रखा गया है. सबसे अधिक लक्ष्य जमशेदपुर को 40 हजार टेस्ट का दिया गया है. वहीं रांची को 15 हजार, धनबाद को 10 हजार जांच का लक्ष्य दिया गया है. कोडरमा, रामगढ़, सरायकेला, हजारीबाग, बोकारो व प. सिंहभूम को 7500-7500 एवं देवघर व सिमडेगा को पांच-पांच हजार टेस्ट का लक्ष्य दिया गया है.
Posy by : Pritish Sahay