क्या झारखंड में भी मंडरा रहा है डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा ? जांच में इतने मामले आये सामने
जीनोम सिक्वेंसिंग से राज्य के 917 सैंपल की हुई जांच, 426 में मिले डेल्टा, अल्फा व कप्पा वेरिएंट. राज्य में डेल्टा प्लस वेरिएंट का कोई केस नहीं.
delta plus variant cases in jharkhand रांची : झारखंड में अब तक राज्य में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट का कोई भी मामला नहीं आया है. यहां डेल्टा वेरिएंट की संख्या ज्यादा है. राज्य सरकार द्वारा कराये गये जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ है. इसके अलावा अल्फा और कप्पा के भी मामले आये हैं. राज्य सरकार द्वारा भुवनेश्वर स्थित लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पांच जुलाई तक कुल 926 सैंपल भेजे गये थे, जिनमें 426 में अलग-अलग वेरिएंट मिले हैं.
17 बच्चों में डेल्टा व अल्फा वेरिएंट
रिपोर्ट के अनुसार, 18 वर्ष से कम आयु के 17 बच्चों में डेल्टा व अल्फा वेरिएंट मिले हैं. इनमें 10 में डेल्टा व सात में अल्फा वेरिएंट मिले हैं, जबकि आठ बच्चों में अन्य प्रकार के वेरिएंट मिले हैं, जिन्हें गंभीर नहीं माना गया है.
झारखंड में सबसे अधिक डेल्टा के वेरिएंट
सरकार द्वारा कराये गये जीनोम सिक्वेंसिंग में 426 पॉजिटिव वेरिएंट मिले हैं. जिसमें सबसे अधिक डेल्टा के 294 केस मिले हैं, जबकि अल्फा के 27, कप्पा के 65 और अन्य वेरिएंट 40 मिले हैं. जिले की बात करें तो रांची जिले में डेल्टा के 51, अल्फा के 17, कप्पा के 10 और अन्य के आठ वेरिएंट मिले हैं. वहीं पूर्वी सिंहभूम में डेल्टा के सबसे अधिक 128,अल्फा के छह, कप्पा के 43 और अन्य के 11 वेरिएंट मिले हैं.
धनबाद में डेल्टा के 44, कप्पा के चार व अन्य के 13 वेरिएंट मिले हैं. हजारीबाग में भी डेल्टा के 40, अल्फा के दो, कप्पा के पांच व अन्य के दो मिले हैं. हालांकि लोहरदगा जिले में डेल्टा के दो ही मामले आये हैं, जबकि पलामू में अल्फा के दो, डेल्टा के 29, कप्पा के तीन व अन्य के छह मामले आये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने जहां भी डेल्टा व अल्फा वेरिएंट मिले हैं, वहां विशेष सावधानी का निर्देश दिया है.
Posted By : Sameer Oraon