Loading election data...

झारखंड में कोरोना ने ले ली 5 आइटीआइ कर्मियों की जान, मजिस्ट्रेट और परीक्षा ड्यूटी में हुए थे संक्रमित, अब कर्मचारी कर रहे ये मांग

वहीं, राज्य के सभी आइटीआइ में लगभग आधे कर्मचारी संक्रमित हैं. अधिकांश ने टेस्टिंग भी नहीं कराया और लक्षण के आधार पर घर पर ही रह कर कोरोना की दवा ले रहे हैं. रांची और धनबाद में लगभग दो-दो दर्जन से अधिक कर्मचारी संक्रमित हैं, वहां के प्राचार्य भी संक्रमित थे.

By Prabhat Khabar News Desk | May 24, 2021 11:46 AM

Coronavirus Update Jharkhand रांची : कोरोना ने पांच आइटीआइ कर्मियों की जान ले ली है. इनमें से चार अनुदेशक (प्रशिक्षण अधिकारी) व एक अनुसेवक थे. ये सारे कर्मी सरकारी ड्यूटी के दौरान ही कोरोना से संक्रमित हुए थे. किसी को कोरोना की रोकथाम के लिए मजिस्ट्रेट ड्यूटी में लगाया गया था, तो कोई परीक्षा और मूल्यांकन के कार्य में लगे थे. अप्रैल माह में हुई परीक्षा और मूल्यांकन कार्य के दौरान बड़ी संख्या में कर्मी संक्रमित हुए थे, जिनमें पांच की मौत हो गयी.

वहीं, राज्य के सभी आइटीआइ में लगभग आधे कर्मचारी संक्रमित हैं. अधिकांश ने टेस्टिंग भी नहीं कराया और लक्षण के आधार पर घर पर ही रह कर कोरोना की दवा ले रहे हैं. रांची और धनबाद में लगभग दो-दो दर्जन से अधिक कर्मचारी संक्रमित हैं, वहां के प्राचार्य भी संक्रमित थे.

डालटेनगंज एवं गढ़वा आइटीआइ के प्राचार्य भी संक्रमित थे. निदेशालय के भी अधिकांश कर्मचारी एवं पदाधिकारी संक्रमित हुए हैं. कर्मचारी संघ का कहना है कि आइटीआइ अनुदेशकों व कर्मियों को भी फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किया जाये और उन्हें सरकारी सुविधा का तत्काल लाभ मिले.

ये हैं आइटीआइ कर्मचारी संघ की मांगें

कर्मचारियों का 50 लाख का बीमा कवर हो एवं एक महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाये

कोरोना बचाव कार्यों में प्रतिनियुक्त सभी कर्मचारियों का प्रतिदिन एंटीजन टेस्ट एवं प्रत्येक सप्ताह आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाये

कोरोना से बचाव कार्यों में प्रतिनियुक्त सभी कर्मचारियों को एक सप्ताह की ड्यूटी के उपरांत एक सप्ताह का विशेष अवकाश दिया जाये

कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुए कर्मियों के आश्रितों को दो महीने के भीतर सभी सरकारी लाभ दिया जाये

इन आइटीआइ कर्मियों की हुई मौत

संजय कुमार आइटीआइ रांची में मुख्य प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर थे. मूल्यांकन कार्य के दौरान वे संक्रमित हुए थे. फिर यहां लेक व्यू अस्पताल में इलाज के दौरान 27 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गयी.

रवींद्र कुमार सिंह आइटीआइ जमशेदपुर में प्रशिक्षण अधिकारी थे. वह एनसीवीटी परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमित हुए थे. इसके बाद उन्हें टीएमएच जमशेदपुर में भर्ती कराया गया था, जहां आठ मई को उनकी मृत्यु हो गयी.

बिरजू चौधरी आइटीआइ रांची में प्रशिक्षण अधिकारी थे. मूल्यांकन कार्य के दौरान वे कोरोना की चपेट में आये थे. उन्हें इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां 13 मई को उनका निधन हो गया.

भुनेश्वर मुंडा आइटीआइ चाईबासा में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर थे. उन्हें दंडाधिकारी की ड्यूटी पर लगाया गया था. ोरोना की वजह से वे बीमार हो गये. सदर अस्पताल चाईबासा में उन्हें भर्ती कराया गया, जहां 16 मई को उनकी मौत हो गयी.

बनारसी डोम आइटीआइ बोकारो में अनुसेवक के पद पर कार्यरत थे. एनसीवीटी की परीक्षा ड्यूटी में थे. इस दौरान कोरोना से संक्रमित हुए. उन्हें किरण अस्पताल चंदन कियारी में भर्ती कराया गया था, जहां पांच मई को उनकी मौत हो गयी.

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version