रिम्स में आठ दिनों में 13 संक्रमितों की मौत, लेकिन ज्यादातर की उम्र 60 साल से ज्यादा
झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हो रही है. लेकिन, इससे होनेवाली मौतों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा. और ये गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा अपना शिकार बना रहा है.
झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हो रही है. लेकिन, इससे होनेवाली मौतों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा. कोरोना वायरस गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा अपना शिकार बना रहा है. रिम्स में पिछले आठ दिनों 13 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. इनमें से सात संक्रमितों की उम्र 60 साल से ज्यादा थी.
शुक्रवार को सबसे ज्यादा चार बुजुर्ग संक्रमितों की मौत हुई है. इनमें से दो बुजुर्ग रांची के हैं. 85 साल के एक बुजुर्ग कांटाटोली और 73 साल के एक बुजुर्ग बड़गाई के रहनेवाले थे. दो अन्य बुजुर्ग में कोडरमा निवासी 73 वर्षीय और गुमला निवासी 60 वर्षीय वृद्ध शामिल हैं. इस संबंध में रिम्स क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ प्रदीप भट्टाचार्या का कहना है कि बुजुर्गों में पहले से काेई न कोई गंभीर बीमारी हाेती ही है.
वहीं, कोरोना संक्रमित होने पर स्थिति और गंभीर हो जाती है. ऐसे में बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन का प्रिकॉशनरी डोज दिलवाकर उनके लिहए अतिरिक्त सुरक्षा कवच तैयार कराना जरूरी है. टीका लेने के बाद कोविड गाइडलाइन का पालन भी करना है. राज्य में पिछले 17 दिनों में कोरोना से 115 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. हालांकि, इसमें 90 फीसदी गंभीर बीमारी से पीड़ित और अधिक उम्र के लोग शामिल थे.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 10 जनवरी को राज्य में कोरोना संक्रमण से मरनेवालों की संख्या 5176 था, जो 27 जनवरी को बढ़ कर 5291 हो गयी. पूर्वी सिंहभूम में सबसे ज्यादा 53 संक्रमितों की मौत हुई है. वहीं, रांची में 13, धनबाद में नौ, बोकारो में छह, सरायकेला में अाठ, हजारीबाग में पांच, देवघर में पांच, खूंटी में तीन, रामगढ़ में चार और पश्चिमी सिंहभूम में तीन लोगों की मौत हुई है. विशेषज्ञों का कहना है कि इनमें से 40 से 45 फीसदी को कोरोना का टीका लगा था, लेकिन पहले से गंभीर बीमारी रहने के चलते इन लोगों की मौत हो गयी.