Coronavirus in RIMS : रिम्स में डॉक्टरों के लगातार कोरोना पॉजिटिव होने से प्रबंधन की चिंता बढ़ी

रिम्स में सीनियर व जूनियर डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी लैब से बुधवार को दो सीनियर व छह जूनियर डॉक्टर पॉजिटिव मिले हैं

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2020 2:47 AM

रांची : रिम्स में सीनियर व जूनियर डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी लैब से बुधवार को दो सीनियर व छह जूनियर डॉक्टर पॉजिटिव मिले हैं. सीनियर डॉक्टरों में सर्जरी व आॅर्थोपेडिक्स के एक-एक डॉक्टर शामिल हैं. वहीं छह जूनियर डॉक्टरों में एक सर्जरी, एक न्यूरो सर्जरी, एक स्त्री विभाग व तीन इंटर्न हैं.

जांच रिपोर्ट आने के बाद सीनियर व जूनियर डॉक्टरों को कोविड-19 अस्तपाल में बेड की उपलब्धता के हिसाब से शिफ्ट किया जा रहा है. रिम्स में अभी तक करीब 30 सीनियर व जूनियर डॉक्टर पॉजिटिव मिल चुके है. इधर, डॉक्टरों के पॉजिटिव मिलने से रिम्स प्रबंधन की चिंता बढ़ती जा रही है. प्रबंधन व टास्क फोर्स को यह चिंता सता रही है कि इसी तरह हमारे डॉक्टर पॉजिटिव मिलते गये, तो इलाज करने में परेशानी हो जायेगी.

डॉक्टर के घरों में नहीं हो पा रहा है सैनिटाइजेशन : रिम्स के डॉक्टर के पॉजिटिव मिलने के बाद उनके घरों को सैनिटाइज नहीं किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि रिम्स की एक सीनियर डॉक्टर पॉजिटिव मिली है, लेकिन उनके घर में एक सप्ताह के बाद भी सैनिटाइज नहीं किया गया है. वहीं कॉलोनी को भी सैनिटाइज नहीं किया गया.

रिम्स : सर्जरी वार्ड के बाथरूम से कोरोना संक्रमित हुआ फरार : रिम्स के सर्जरी विभाग के वार्ड से तमाड़ निवासी कोरोना पॉजिटिव (21 साल) बुधवार को भाग गया. वह दूसरे तल्ले स्थित वार्ड के बाथरूम से भागा. यूनिट इंचार्ज ने बताया कि उसके पेट का ऑपरेशन रविवार को किया गया था. अंतड़ी फट जाने के कारण इमरजेंसी में ऑपरेशन किया गया था.

इस दौरान कोरोना की जांच के लिए उसका सैंपल लिया गया था, जिसमें वह पॉजिटिव निकला. कोविड अस्पताल में बेड नहीं होने के कारण उसे वहां शिफ्ट नहीं किया जा सका था. बुधवार को उसको शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन इसी बीच वह भाग गया. बुधवार की सुबह 8:30 बजे मरीज बेड से उठ कर बाथरूम के लिए गया.

परिजन बाहर खड़े होकर उसका इंतजार कर रहे थे. करीब आधा घंटे तक नहीं अाने पर परिजनों ने जब बाथरूम का दरवाजा खोला, तो वह नहीं मिला. परिजनों ने इसकी सूचना नर्स व जूनियर डॉक्टर को दी. इसके बाद यूनिट इंचार्ज को इसकी सूचना दी गयी. इसके बाद टास्क फोर्स व रिम्स प्रबंधन को जानकारी दी गयी. प्रबंधन द्वारा जिला प्रशासन को इससे अवगत कराया गया. जिला प्रशासन द्वारा उसकी खाेजबीन की जा रही है.

ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों को कोरेंटिन किया गया : ऑपरेशन में शामिल सर्जरी विभाग के डॉक्टरों को कोरेंटिन कर दिया गया है. पांच दिन तक उन्हें सावधानी से रहने को कहा गया है. उसके बाद उनकी जांच की जायेगी.

  • मरीज के पेट का ऑपरेशन रविवार को किया गया था जांच में पॉजिटिव निकला

  • कोविड अस्पताल में बेड खाली नहीं होने के कारण सर्जरी वार्ड में ही था भर्ती

  • जिला प्रशासन की टीम उसकी तलाश में जुटी है

Post by : Pritish Sahay

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