रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे इस वक्त जहां हैं, वहीं रहें. सुरक्षा के लिए यह जरूरी है. अगले 21 दिन तक अपने घर लौटने की कोशिश न करें. वहीं, मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि हरिद्वार में फंसे झारखंड के लोगों की मदद करें.
मुख्यमंत्री ने राज्य के बाहर फंसे लोगों से अनुरोध किया है कि जो जहां है, उनका वहीं अगले 21 दिन तक रहना सुरक्षित है. राज्य के बाहर फंसे झारखंड के लोग कंट्रोल रूम (06512282201) पर फोन करके अपनी समस्या साझा कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी है कि देवघर के 25 लोग हरिद्वार में फंस गये हैं. तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से उन्हें मदद करने व फंसे लोगों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से अगले 21 दिन तक वहीं रहने में मदद करने का आग्रह किया है.
मुख्यमंत्री ने झारखंडवासियों को चैत्र नवरात्र की शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी से अनुरोध है कि अनावश्यक घर से बाहर न निकलें. घर पर रहें. सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखें.
उल्लेखनीय है कि श्री सोरेन की पहल पर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फंसे 50 मजदूरों को वहां से झारखंड भेज दिया गया. इस पर श्री सोरेन ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का यह प्रयास दिखाता है कि संकट की घड़ी में ‘हम सब साथ’ हैं.
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया. कहा, ‘आपने मेरा आग्रह स्वीकार कर झारखंड के मजदूर भाईयों की मदद की.’
वहीं बघेल ने कहा, ‘झारखंड सरकार चिंता न करे. झारखंड के मजदूरों के लिए भोजन आदि का प्रबंध कर दिया गया है. वे जब तक बिलासपुर में हैं, उनका ध्यान रखा जायेगा. छत्तीसगढ़ शासन उन्हें झारखंड सीमा तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहा है.’
इससे पहले मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी थी कि महाराष्ट्र से लौटते समय झारखंड के 50 से अधिक मजदूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फंसे हुए हैं. आने-जाने की कोई सुविधा नहीं है. इन्हें भोजन भी नसीब नहीं हुआ है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को तीसरे स्टेज में पहुंचने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 14 अप्रैल, 2020 तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. इसके तहत सभी राज्यों की सीमाएं सील कर दी गयी हैं.