रांची : राज्य में लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कहना है कि हर जरूरतमंद को राशन औरोजन मिलते रहना चाहिए. मुख्यमंत्री सोशल मीडिया के माध्यम से आने वाली शिकायतों के त्वरित निष्पादन के लिए अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन एवं पुलिस थानों में चल रहे 5 हजार केंद्रों के माध्यम से 5 लाख से अधिक लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है. थानों में एक बार, दीदी किचन दिन में दो बार भोजन की व्यवस्था है. कोई झारखंडी भूखा ना सोए, यही हमारा लक्ष्य है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गोड्डा के उपायुक्त को डुमरिया पंचायत के लोगों को राशन एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कर सूचित करने का निदेश दिया है. मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी कि डुमरिया पंचायत में अधिकांश संताली जनजाति के लोग निवास करते हैं. राशन कार्ड नहीं होने की स्थिति में पंचायत के लोगों को भूख का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन की वजह से ग्रामीणों को नमक भी नहीं मिल पा रहा है. मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उक्त निदेश दिया है.
लापरवाही पर लें संज्ञान
मुख्यमंत्री ने उपायुक्त गढ़वा को एक चिकित्सक द्वारा लापरवाही बरतने के मामले में संज्ञान लेने का निदेश दिया है. मुख्यमंत्री को बताया गया कि गढ़वा सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में डॉक्टर मौजूद नहीं थी. फोन करने के बाद भी आने से इंकार किया. इस बीच एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपरोक्त निर्देश दिया है.
राशन नहीं मिलने की दर्ज करें शिकायत
मुख्यमंत्री ने उपायुक्त लातेहार को लातेहार के चेटर स्थित रुद निवासी पाचो देवी के परिवार को राशन उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि अफवाहों के कारण कोई वंचित न रहे. राशन और भोजन हर जरूरतमंद तक पहुंचे. राज्य के लोग राशन उठाव को लेकर हो रही परेशानी को लेकर निःशुल्क नंबर 1967 पर शिकायत करें.
राशन देने से किया इनकार
मुख्यमंत्री को बताया गया कि ग्राम रुद पंचायत चेटर, प्रखंड चंदवा, जिला लातेहार निवासी लाभुक पाचो देवी की मां चिंतामनी देवी डीलर, चमेली महिला स्वयं सहायता समूह के पास राशन लेने गयी तो लाभुक को यह कहा गया कि तुमलोग बाहर काम करने गये थे. बीमारी लेकर आये हो. जाओ राशन नहीं मिलेगा. मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उक्त निर्देश लातेहार जिला प्रशासन को दिया है.
झारखंड सरकार इस कठिन परिस्थिति में हर जरूरतमंद के साथ
झारखंड सरकार इस महामारी के कठिन समय में अपने राज्यवासियों के साथ खड़ी है. राज्य सरकार राज्य के बाहर के मजदूरों एवं वैसे लोग जो इस राज्य में बाहर के राज्यों से आये हैं और इस लॉकडाउन की वजह से अपने घर वापस नहीं जा सकते उनके लिए अपना हर संभव सहयोग कर रही है. इसी क्रम में तीर्थयात्रियों का एक दल झारखंड होते हुए उत्तमपुर, हुगली, पश्चिम बंगाल जा रहा था. जिसमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं समेत 43 यात्री शामिल थे. स्थानीय प्रशासन के द्वारा उसे जामताड़ा के मिहिजाम नगर भवन स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया.
जहां सबसे पहले उन सभी का मेडिकल टीम के द्वारा स्क्रीनिंग किया गया, उसके बाद सभी को खाना उपलब्ध कराया गया. क्वारेंटाइन किये तीर्थयात्रियों के दल को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए सभी तीर्थयात्रियों को मूल-भूत सुविधाएं चाय, नाश्ता, दोपहर का खाना, बच्चों के लिए दूध, दवाई चिकित्सकीय जांच आदि की नियमित व्यवस्था की गयी है. सभी लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं तथा क्वारेंटाइन सेंटर में बिना किसी समस्या के क्वारेंटाइन की अवधि बीता रहे हैं.