रांची : राज्य में मिले कई संक्रमित निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए हैं. संक्रमितों को एनएबीएच अस्पताल में इलाज के लिए सरकार द्वारा निर्धारित अधिकतम 18,000 अौर नॉन-एनएबीएच में 15,000 रुपये देने पड़ रहे हैं. एनएबीएच का अर्थ नेशनल एक्रेडिशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर है, जो एक मानक तय करता है.
वहीं, राजस्थान के एनएबीएच अस्पताल में अधिकतम 9,900 रुपये और नॉन-एनएबीएच मेें 9,000 रुपये कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए तय किये गये हैं. अगर झारखंड सरकार भी निजी अस्पताल में नयी दर तय कर दें, तो लोगों को काफी राहत मिलेगी. राजस्थान सरकार ने जो दर तय की है, उसमें परामर्श शुल्क, नर्सिंग चार्ज, बेड व खाने का शुल्क, पीपीइ किट, डिस्चार्ज करने पर कोविड जांच, दवाएं व कंज्यूमेबल्स, बायो मेडिकल वेस्ट, हाउसकीपिंग चार्ज और सभी प्रकार की जांच शामिल है.
इसके अलावा एचसीक्यू दवा 200 से 400 एमजी, लोपिनाविर 200 एमजी, डॉक्सीसाइक्लीन 75 एमजी, लीवरमैक्टीन 12 एमजी, जिंक 50 एमजी, विटामिन सी 500 एमजी व डेक्सामेथासोन 10 एमजी आदि शामिल हैं. वैसी दवाएं जो पैकेज में शामिल नहीं हैं, उसकी लिस्ट भी जारी की गयी है. वहीं, झारखंड में भी सरकार ने भर्ती संक्रमितों के इलाज के दौरान पैथोलॉजिक जांच व अन्य प्रक्रिया की दर निर्धारित की है.
राजस्थान सरकार द्वारा निर्धारित दर : एनएबीएच अस्पताल : आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन के लिए 5500, एचडीयू व आइसीसीयू (बिना वेंटिलेटर) के लिए 8,250 रुपये और आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ 9900 रुपये (इसमें पीपीइ किट के 1,200 रुपये भी शामिल हैं).
आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन के लिए 5000 रुपये, एचडीयू व आइसीसीयू (बिना वेंटिलेटर) के लिए 7500 रुपये और आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ 9000 रुपये (पीपीइ किट के 1,200 रुपये) शामिल हैं.
एनएबीएच अस्पताल : एसिम्टोमैटिक मरीजों के लिए 6000 रुपये, आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन के लिए 10000 रुपये, आइसीसीयू (बिना वेंटिलेटर) के 15 हजार रुपये और आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ 18 हजार रुपये (पीपीइ किट के 1,200 से 2,000 रुपये शामिल हैं).
नॉन-एनएबीएच अस्पताल : एसिम्टोमैटिक मरीजों के लिए 5500 रुपये, आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन के लिए 8000 रुपये, आइसीसीयू (बिना वेंटिलेटर) के 13 हजार रुपये और आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ 15 हजार रुपये (पीपीइ किट के 1,200 से 2,000 रुपये) शामिल हैं.
posted by : sameer oraon