Jharkhand News, Steam Therapy For Coronavirus रांची : कोरोना संक्रमण से उबर चुके (पोस्ट कोविड) लोग भी दिन में कई बार भाप ले रहे हैं, जिससे उन्हें नयी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ज्यादा भाप लेने की वजह से लोगों की नाक से खून आने लग रहा है. इससे घबराये लोग डॉक्टर और अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार, कोरोना संक्रमण से उबर चुके कई लोग नाक से खून आने, नाक में जलन और दर्द होने की समस्या लेकर आ रहे हैं.
संक्रमण के दौरान दिन में कई बार लोग भाप लेने और ज्यादा ‘जल नेति’ करने से नाक के अंदर का म्यूकोसा क्षतिग्रस्त हो जा रहा है और नाम में मौजूद छोटी रक्त की धमनी फट जाती है, जिससे खून निकलने लगता है. भाप लेने से नाक और गले के अंदर की त्वचा भी जल जाती है, जिसके कारण वहां इंफेक्शन हो जाता है. इसके अलावा जो मरीज अस्पताल में भर्ती होने के बाद लगातार ऑक्सीजन पर रहते हैं, उनको भी नाक से खून आने की समस्या हो सकती है.
कोरोना संक्रमण काल में लोग काढ़ा का प्रयोग ज्यादा कर रहे हैं, जिसका दुष्प्रभाव भी दिख रहा है. ज्यादा काढ़ा पीने से लोगों को पाइल्स की समस्या हो रही है. आयुर्वेद के जानकारों के अनुसार, आयुर्वेद में भी लिखा है, ‘अति सर्वत्र वर्जयेत’ यानी किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है. ऐसे में बेहतर होगा कि काढ़ा का इस्तेमाल दिन में एक बार ही करें. अदरक, काली मिर्च, दालचीनी और लवंग की मात्रा कम रखें. यह नहीं सोचें कि मात्रा बढ़ा देने से बीमारी जल्दी ठीक हो जायेगी. काढ़ा को तीन मिनट से ज्यादा नहीं खौलायें.
काढ़ा पीना लाभकारी है, लेकिन ज्यादा काढ़ा पीने से लोगों को पेट की समस्या हो जा रही है. लोग गैस्ट्रिक और पाइल्स का शिकार हो जा रहे हैं, क्योंकि पेट मासालों की गर्मी नहीं झेल पाता है. काढ़ा की मात्रा सीमित रखें और एक बार ही पीयें.
– डॉ विद्यापति फिजिशियन, रिम्स
कोरोना से उबरने के बाद भी कुछ दिनों तक लोगों को कई तरह की समस्याएं रहती हैं. इस वजह से ठीक होने के बाद लोग ज्यादा भाप ले रहे हैं. इससे नयी तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं. बेहतर होगा की ठीक होने के बाद एक बार ही भाप लें. समस्या नहीं होने पर भाप लेना बंद कर सकते हैं.
– डॉ हर्ष कुमार, इएनटी रोग विशेषज्ञ, पॉपुलर नर्सिंग होम
Posted By : Sameer Oraon