Loading election data...

Coronavirus in Jharkhand: कोरोना से चार की मौत, सीपी सिंह ठीक हुए, 738 नये पॉजिटिव मिले

झारखंड में कोरोना से शनिवार को चार लोगों की मौत हो गयी. हालांकि अलग-अलग जगहों से नौ मौत की सूचना है, पर स्वास्थ्य विभाग ने केवल चार मौत की ही पुष्टि की है. 738 नये संक्रमित मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 12104 हो गयी है. एक्टिव केस 7477 है. सरकार के अनुसार अब तक कुल 114 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है और 4513 स्वस्थ भी हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 2, 2020 1:32 AM

रांची : झारखंड में कोरोना से शनिवार को चार लोगों की मौत हो गयी. हालांकि अलग-अलग जगहों से नौ मौत की सूचना है, पर स्वास्थ्य विभाग ने केवल चार मौत की ही पुष्टि की है. 738 नये संक्रमित मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 12104 हो गयी है. एक्टिव केस 7477 है. सरकार के अनुसार अब तक कुल 114 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है और 4513 स्वस्थ भी हुए हैं.

शनिवार को कोरोना से ठीक होने वालों में पूर्व नगर विकास मंत्री सह रांची विधायक सीपी सिंह भी शामिल हैं. उनकी रिपोर्ट निगेटिव आयी है.

Coronavirus in jharkhand: कोरोना से चार की मौत, सीपी सिंह ठीक हुए, 738 नये पॉजिटिव मिले 2

टीएमच जमशेदपुर में चार व देवघर में हुई एक संक्रमित की मौत की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने नहीं की है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शनिवार को मिले मरीजों में रांची से 139, बोकारो से 5, चतरा से 3, देवघर से 161, धनबाद से 76, दुमका से 18, पूर्वी सिंहभूम से 13, गढ़वा से 28, गिरीडीह से 28, गोड्डा से 15, गुमला से 18, हजारीबाग से 32, जामताड़ा से 15, खूंटी से 32, कोडरमा से 34, पाकुड़ से 1, पलामू से 1, रामगढ़ से 38, साहेबगंज से 26, सराईकेला से 33, पश्चिमी सिंहभूम से 22 मरीज शामिल है.

अब तक 114 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है, 4513 स्वस्थ भी हुए

170 मरीज हुए स्वस्थ : शनिवार को 170 मरीज स्वस्थ हुए हैं. इसमें बोकारो के छह, चतरा के नौ, पूर्वी सिंहभूम के 35, गिरिडीह के 11, कोडरमा के नौ, रांची के 78, साहिबगंज के सात, सरायकेला के छह और सिमडेगा के नौ लोग शामिल हैं.

जून तक के मुकाबले जुलाई में प्रतिदिन औसत 10 गुना वृद्धि

मार्च व अप्रैल में केवल रिम्स और एमजीएम जमशेदपुर में जांच की व्यवस्था थी. फिर पीएमसीएच धनबाद और इटकी रांची में जांच होने लगी. इसके बाद कुछ निजी लैब में भी जांच शुरू हुई. मार्च से जून तक प्रतिदिन लगभग 1501 सैंपल की जांच होती थी और औसतन 26 मरीज प्रतिदिन मिलते थे.

वहीं जुलाई माह में ट्रूनेट मशीन से सभी जिलों में जांच शुरू हो गयी. हजारीबाग और पलामू मेडिकल कॉलेज में भी जांच आरंभ हो गयी. साथ ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट भी होने लगा. जुलाई में प्रतिदिन औसतन 4910 सैंपल की जांच होनी लगी और इस माह प्रतिदिन औसतन 286 मरीज मिलने लगे, जो जून तक के औसत 26 से 10 गुना से भी अधिक है.

Next Article

Exit mobile version