Coronavirus Update Jharkhand : झारखंड में कोरोना कहर, सचिवालय के 50 से ज्यादा कर्मचारी संक्रमित, सीएस ने अधिकारियों को दिया निर्देश
राज्य के सचिवालय में अब तक जिन विभागों में संक्रमितों की पहचान हुई है, उनमें पेयजल, स्वास्थ्य, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, गृह, पर्यटन, योजना, कार्मिक, खाद्य आपूर्ति, वन, माध्यमिक शिक्षा पशुपालन, खनन, विजिलेंस,वित्त, नगर विकास, परिवहन, ग्रामीण विकास एवं ऊर्जा विभाग शामिल हैं. इसमें से कई विभागों के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी कोविड संक्रमण के लक्षण पाये गये हैं. उनके स्लाइवा की जांच की जा रही है. कोल्हान के आयुक्त मनीष रंजन भी कोरोना संक्रमित हो गये हैं. मेडिका में उनका इलाज चल रहा है.
Coronavirus in jharkhand, Coronavirus Cases In Jharkhand Secretariat रांची : नेपाल हाउस और प्रोजेक्ट भवन स्थित सचिवालय में बड़ी संख्या में कोविड-19 संक्रमित मिले हैं. दोनों ही जगहों पर अब तक 50 से अधिक संक्रमित निकल चुके हैं. वहीं, दर्जन भर से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के संक्रमित होने की आशंका है. उनकी जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आयी है, लेकिन उनमें संक्रमण के लक्षण पाये गये हैं. राजधानी रांची के सदर अस्पताल के सात डॉक्टर और तीन कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो गये हैं. इसके बाद सदर अस्पताल में ओपीडी बंद कर दिया गया है.
राज्य के सचिवालय में अब तक जिन विभागों में संक्रमितों की पहचान हुई है, उनमें पेयजल, स्वास्थ्य, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, गृह, पर्यटन, योजना, कार्मिक, खाद्य आपूर्ति, वन, माध्यमिक शिक्षा पशुपालन, खनन, विजिलेंस,वित्त, नगर विकास, परिवहन, ग्रामीण विकास एवं ऊर्जा विभाग शामिल हैं. इसमें से कई विभागों के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी कोविड संक्रमण के लक्षण पाये गये हैं. उनके स्लाइवा की जांच की जा रही है. कोल्हान के आयुक्त मनीष रंजन भी कोरोना संक्रमित हो गये हैं. मेडिका में उनका इलाज चल रहा है.
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सभी विभागों के अध्यक्षों को संक्रमण की आशंका को दूर करने के लिए आवश्यक दूरी रख कर पूरी सावधानी के साथ काम करने का निर्देश दिया है.
लोगों के एक साथ जमा होने को नियंत्रित करने का निर्देश :
इधर राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने कहा है कि लोगों के एक साथ जमा होने को नियंत्रित करें. साथ ही मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलने के लिए प्रोत्साहित करें. जो लोग प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें नियमानुसार दंडित करने के लिए अभियान चलायें. संक्रमितों के इलाज की समुचित व्यवस्था हो और अस्पतालों में आवश्यक बेड के अलावा वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाये. वह शुक्रवार को रांची, बोकारो, धनबाद, दुमका और जमशेदपुर के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे.
ये पांचों जिले सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण से प्रभावित हैं. उन्होंने उपायुक्तों के साथ जिलों में लगातार बढ़ते संक्रमण को रोकने की रणनीति पर बातें की. संक्रमितों के इलाज के लिए की गयी व्यवस्था की भी समीक्षा की.
कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए पुलिस टीम गठित
राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए फिर से कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए पुलिस की टीम गठित की गयी है. इसके नोडल अफसर सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार बनाये गये हैं. इसके साथ ही उन्हें सहयोग के लिए 20 पुलिसकर्मी दिये गये हैं, जो सिटी कंट्रोल रूम में रोटेशन में काम कर रहे हैं. सदर डीएसपी ने बताया कि इस बार कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए संक्रमित व्यक्ति या महिला के काम-काज के बारे में भी जानकारी ली जा रही है, ताकि उनके संपर्क में आनेवाले लोगों के बारे में पता चल सके.
किसी संक्रमित के बारे में जानकारी मिलने पर पुलिसकर्मी कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए केस के अनुसंधान की तरह पूछताछ कर रहे हैं. जिला प्रशासन की जांच टीम और इंसीडेंट कमांडर से मदद ली जा रही है. प्रभावित इलाकों की पहचान कर कार्रवाई की जायेगी.
टीम की ओर से यह पता लगाया जा रहा है कि मुंबई व बेंगलुरु जैसे ज्यादा संक्रमित इलाकों से किस माध्यम से कौन से लोग आये हैं.
Posted By : Sameer Oraon