Coronavirus Update In Jharkhand : झारखंड के सिस्टम का हाल, जान चली गयी, लेकिन नहीं आयी कोरोना रिपोर्ट

राजधानी में कोरोना से हर दिन 15 से 20 लोगों की मौत हो रही है. कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए रांची जिला प्रशासन द्वारा सैंपल कलेक्शन का कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है. शहर में इसके लिए जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों के सैंपल लिये जा रहे हैं. हालांकि, सैंपल लेने के तीन-चार दिन बाद भी लोगों को रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है. नतीजा, रिपोर्ट के इंतजार में कई लोगों की मौत भी हो जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 26, 2021 9:51 AM

Corona Update Jharkhand, Covid-19 Test Report Jharkhand रांची : राजधानी में कोरोना से हर दिन 15 से 20 लोगों की मौत हो रही है. कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए रांची जिला प्रशासन द्वारा सैंपल कलेक्शन का कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है. शहर में इसके लिए जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों के सैंपल लिये जा रहे हैं. हालांकि, सैंपल लेने के तीन-चार दिन बाद भी लोगों को रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है. नतीजा, रिपोर्ट के इंतजार में कई लोगों की मौत भी हो जा रही है.

केस स्टडी

कोकर के भाभा नगर के रहनेवाले सुमित कुमार कोरोना से संक्रमित होकर हाेम आइसोलेशन में थे. कुछ दिनों बाद उनके पिता की भी तबीयत खराब हो गयी. उन्होंने अपने पिता की कोरोना जांच रिम्स में 22 अप्रैल को करायी, लेकिन 24 अप्रैल की रात उनके पिता की मौत हो गयी. हालांकि उनकी जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आयी है. इस मारण मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया.

केस स्टडी

अपर बाजार के रवि कुमार के पिता की तबीयत 22 अप्रैल को खराब हो गयी. बुखार होने पर रवि अपने पिता की जांच कराने जिला स्कूल ले गये. सैंपल देने के बाद 24 की रात अचानक रवि के पिता की तबीयत बिगड़ गयी. वह उन्हें लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. यहां उनसे कोरोना की रिपोर्ट मांगी गयी. रवि ने कहा कि रिपोर्ट नहीं आयी है. इस पर उन्हें घर जाने को कहा गया, जहां बाद में उसी रात उनके पिता की मौत हो गयी.

उधेड़बुन में ही कर दिया गया अंतिम संस्कार

चूंकि दोनों की मौत एक ही प्रकार से हुई थी. इसलिए दोनों के परिजन इस उधेड़बुन में रहे कि मृतक का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया जाये या साधारण तरीके से. इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी संपर्क साधा गया. इस पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है. बाद में दोनों का अंतिम संस्कार साधारण तरीके से नजदीकी घाट पर कर दिया गया.

Posted By : Sameer Oraon

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