रांची : राज्य भर में मंगलवार को 701 कोरोना संक्रमित मिले हैं. इनमें 364 संक्रमित केवल रांची जिले में मिले हैं. इससे समझा जा सकता है कि रांची में कोरोना की रफ्तार काफी तेज है. वहीं सात मरीजों की मौत हो गयी है. इनमें रांची से चार, धनबाद से दो व चतरा से एक मरीज की मौत हो गयी है. मंगलवार को 32186 सैंपल की जांच हुई है और 2.13 प्रतिशत की दर संक्रमित मिले. अब तक राज्य में 93736 पॉजिटिव मिल चुके हैं. इनमें 85314 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं 805 की मौत हो गयी है. इस समय कुल एक्टिव केस 7617 है.
रांची से 364,जमशेदपुर से 48, बोकारो से 38,चतरा से एक, देवघर से आठ, धनबाद से 28, गढ़वा से 15, गिरिडीह से पांच, गोड्डा से 15, गुमला से 18, हजारीबाग से 12, जामताड़ा से 15, खूंटी से पांच, कोडरमा व लातेहार से 17-17, लोहरदगा से 12,पाकुड़ से चार, पलामू से आठ, रामगढ़ से सात,साहिबगंज से पांच, सरायकेला से 20, सिमडेगा से तीन व प. सिंहभूम से 18 संक्रमित मिले हैं.
मंगलवार को 853 संक्रमित स्वस्थ हुए. इनमें बोकारो से 62, चतरा से चार,देवघर से 10, धनबाद से 91,दुमका से 27, जमशेदपुर से 133, गढ़वा से 38, गोड्डा से 15, गुमला से 16, हजारीबाग से 28, जामताड़ा से नौ, खूंटी से 13,कोडरमा से पांच,लातेहार छह, लोहरदगा दो, पाकुड़ से पांच, पलामू से 20, रामगढ़ से 21, रांची से 289, साहिबगंज से पांच, सरायकेला से 28, सिमडेगा से तीन व प. सिंहभूम से 23 मरीज स्वस्थ हुए हैं.
झारखंड में रिकवरी रेट सोमवार को जहां 90.78 प्रतिशत थी, वह बढ़ कर मंगलवार को 91.01 प्रतिशत हो गयी है. वहीं मरीजों के दोगुने होने की दर 89.12 दिन हो गया है. राज्य में मृत्यु दर 0.85 प्रतिशत है.
रांची. सांसद संजय सेठ मंगलवार को मेडिका हाॅस्पिटल पहुंचे़ यहां उन्होंने शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का हाल जाना़ सांसद श्री सेठ ने मेडिका हॉस्पिटल के एमडी अनिल कुमार, डॉ विजय मिश्रा, डॉ राजेश, डॉ आनंद श्रीवास्तव से मिलकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली़ शिक्षा मंत्री का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने सांसद को बताया कि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है. सांसद ने मंत्री के पुत्र राजू महतो से भी भेंट कर जानकारी ली़
रांची. रांची रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को कोरेंटिन का मुहर नहीं लगायी जा रही है. स्टेशन प्रबंधक ध्रुव कुमार ने बताया कि वर्तमान में रांची-दिल्ली स्पेशल ट्रेन व दरभंगा-सिकंदराबाद ट्रेन का परिचालन हो रहा है. इन ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग से जांच की जाती है़ वहीं स्टेशन पर अनाउंस किया जाता है कि उन्हें 14 दिन होम कोरेंटिन में रहना है, लेकिन मुहर नहीं लगायी जाती है.
posted by : sameer oraon