Coronavirus Update Jharkhand : 15 मई के बाद कोरोना के केसेज में होगी बढ़ोतरी, जंग जीतने के लिए 30 दिनों का अनुशासन जरूरी
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि आनेवाला 30 दिन बेहद अहम है. यही वो समय है, जब कोरोना संक्रमण पीक पर रह सकता है. खास कर 15 मई के बाद भारत में कोरोना केसेज की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है. अगर ऐसा हुआ, तो परिणाम और गंभीर हो सकते हैं. संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी, वहीं अस्पतालों में मरीजों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी. ऐसे में संयम व सतर्कता ही हमें कोरोना महामारी से बचा सकता है.
Jharkhand corona update in today, Coronavirus Peak In India रांची : झारखंड में कोरोना वायरस का कहर जारी है. राज्य में 26 अप्रैल की सुबह 10 बजे तक कुल एक्टिव केस की संख्या 48,105 हो गयी थी. इनमें रांची की भागीदारी 15,457 रही. यह आंकड़े डराते जरूर हैं, लेकिन सतर्कता से ही हम काेरोना महामारी को हरा सकते हैं. देश व राज्यों में कोरोना के गंभीर परिणाम को लेकर आइआइटी के वैज्ञानिकों व वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्युएशन (आइएचएमआइ) के शोधकर्ताओं ने आगाह किया है कि आनेवाले 30 दिन हमारे लिए बेहद अहम हैं.
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि आनेवाला 30 दिन बेहद अहम है. यही वो समय है, जब कोरोना संक्रमण पीक पर रह सकता है. खास कर 15 मई के बाद भारत में कोरोना केसेज की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है. अगर ऐसा हुआ, तो परिणाम और गंभीर हो सकते हैं. संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी, वहीं अस्पतालों में मरीजों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी. ऐसे में संयम व सतर्कता ही हमें कोरोना महामारी से बचा सकता है.
अभी क्या हैं हालात :
राजधानी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें, तो कोरोना के एसिम्टोमैटिक (बिना लक्षण वाले) व हल्के लक्षणवाले (माइल्ड) संक्रमितों ने ही राज्य की स्थिति को बदतर बना दिया है. बीमार होने पर ऐसे लोग तुरंत दवा दुकानों पर पहुंच रहे हैं और वहां से दवाएं खरीद कर खा ले रहे हैं. वे न तो कोरोना जांच करा रहे हैं और न ही कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो कर रहे हैं.
दवाएं खाने के बाद जब वे थोड़ा भी सहज महसूस कर रहे हैं, बाजार में राशन, सब्जी व अन्य सामानों की खरीदारी करने भी निकल जा रहे हैं. ऐसे में वे अपने साथ-साथ परिवार के सदस्यों व दूसरों में भी कोरोना संक्रमण फैला रहे हैं. वहीं, जब कुछ दिनों में स्थिति बिगड़ती है, तब अस्पताल पहुंचते हैं. रांची के अस्पतालों में हालात खराब होने की वजह यह भी है. ज्यादा बीमार होने के बाद संक्रमितों के पहुंचने पर अस्पतालों में बेड का संकट हो गया है. डॉक्टरों ने कहा कि अगर समय रहते हम अनुशासित हो जायें, तो स्थिति संभल जायेगी.
वायरस का चेन तोड़ने के लिए खुद को घर में कैद करें :
विशेषज्ञों का कहना है कि काेरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए देश के कई राज्यों ने लॉकडाउन लगाया है. झारखंड सरकार ने भी काेरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लगाया है. इसलिए आप खुद को घर में कैद रखें. इससे कोरोना चेन तो टूटेगा ही, वायरस का फैलाव भी रूकेगा.
Posted By : Sameer Oraon