Loading election data...

Coronavirus Update Jharkhand : झारखंड में बढ़ रहे हैं कोरोना से मौत की संख्या, 6 दिन में 30 लोगों ने गंवायी जान, रांची में इतने मरीज अब भी वेंटिलेटर पर

चार अप्रैल को राज्य में आठ संक्रमितों की मौत हुई थी, जिसमें 51 से 70 साल की उम्रवाले सात संक्रमित शामिल थे. वहीं पांच अप्रैल को सबसे ज्यादा 10 लोगों की मौत हुईं, जिनमें पांच इसी उम्र सीमा के लोग थे. अभी राजधानी के बड़े अस्पतालों में 58 कोरोना संक्रमितों का वेंटिलेटर पर रखकर इलाज हो रहा है, वहीं मेडिका में एक संक्रमित को एकमो (कृत्रिम फेफड़ा) पर रखा गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 7, 2021 6:19 AM

Jharkhand Coronavirus Update, Corona Death Toll In Jharkhand रांची : झारखंड में अप्रैल की शुरुआत में ही कोरोना संक्रमण का खतरनाक रूप दिखने लगा है. कोरोना का नया स्ट्रेन जानलेवा बन गया है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें, तो पिछले छह दिनों में (एक से छह अप्रैल तक) 30 संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं. इनमें 20 मृतकों की उम्र 51 से 70 साल के बीच थी. वहीं छह मृतकों की उम्र 31 से 50 साल के बीच की थी.

चार अप्रैल को राज्य में आठ संक्रमितों की मौत हुई थी, जिसमें 51 से 70 साल की उम्रवाले सात संक्रमित शामिल थे. वहीं पांच अप्रैल को सबसे ज्यादा 10 लोगों की मौत हुईं, जिनमें पांच इसी उम्र सीमा के लोग थे. अभी राजधानी के बड़े अस्पतालों में 58 कोरोना संक्रमितों का वेंटिलेटर पर रखकर इलाज हो रहा है, वहीं मेडिका में एक संक्रमित को एकमो (कृत्रिम फेफड़ा) पर रखा गया है.

रांची में छह दिन में 13 संक्रमितों ने तोड़ा दम :

रांची जिले में पिछले छह दिनों में 13 संक्रमितों ने अस्पताल में दम तोड़ा है. उनका इलाज गंभीर अवस्था में रिम्स व निजी अस्पतालों में हो रहा था. वहीं धनबाद में छह संक्रमितों की मौत इलाज के दौरान हो गयी.

बुजुर्गों के लिए खतरनाक बना वायरस :

विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक उम्र के साथ-साथ बीमारी व उसके बाद कोरोना वायरस का अटैक बुजुर्गों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है.

वायरस तेजी के साथ शरीर में फैल रहा है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने व पहले से दवाओं का सेवन करने से कोरोना का लाइन आॅफ ट्रीटमेंट काम नहीं कर पा रहा है. ऐसे में जिस परिवार में बुजुर्ग हैं या बीमार लोग हैं, उन्हें सावधानी व सतर्कता ज्यादा बरतने का निर्देश जारी किया जा रहा है.

रिम्स में 16 वेंटिलेटर पर, स्थिति गंभीर

रिम्स के कोविड आइसीयू में 23 गंभीर संक्रमितों का इलाज हो रहा है, जिनमें 16 को वेंटिलेटर पर रखा गया है. आठ वेंटिलेटर व आठ इंवेजिव वेंटिलेटर पर हैं. इसके अलावा मेडिका में 13, पल्स में 10, राज अस्पताल में आठ, ऑर्किड में तीन, सैम्फोर्ड में तीन, मेदांता में दो, गुरुनानक में दो और हेल्थ प्वाइंट में एक संक्रमित वेंटिलेटर पर है. वहीं 36 से 40 संक्रमित हाई फ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं.

राजधानी के अस्पतालों में वेंटिलेटर पर संक्रमित
अस्पताल वेंटिलेटर पर संक्रमित

रिम्स 16

मेडिका 13

पल्स 10

राज 08

ऑर्किड 03

सैम्फोर्ड 03

गुरुनानक 02

हेल्थ प्वाइंट 01

नोट:: अस्पताल प्रबंधनों से बातचीत के आधार पर

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

कोरोना के गंभीर संक्रमित जिनकी उम्र अधिक है व गंभीर बीमारी से पीड़ित है उन पर खतरा हमेशा बना रहता है. बुजुर्ग बीमार होते है तो उनको सभी सुविधा से युक्त अस्पतालों मेें इलाज कराये. परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी बढ़ गयी है कि वह खुद व बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखें.

डॉ प्रदीप भट्टाचार्या, क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ

कोरोना की दूसरी लहर में वायरस ज्यादा मजबूत है. मरीज इतनी गंभीर स्थिति में अस्पताल आ रहे हैं कि उनको हाइफ्लो ऑक्सीजन व वेंटिलेटर पर रखना पड़ रहा है. एक संक्रमित को एकमो मशीन पर रखा गया है. मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग व सामाजिक दूरी का पालन करने से ही बचाव है.

डॉ विजय मिश्रा, क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ

कोरोना की मार

मौत उम्र वाले 51-70

एक अप्रैल 01 01

दो अप्रैल 01 01

तीन अप्रैल 07 06

चार अप्रैल 08 07

पांच अप्रैल 10 05

छह अप्रैल 04 —

रांची 13

धनबाद 06

बोकारो 03

पू सिंहभूम 02

चतरा 01

लोहरदगा 01

सरायकेला 01

साहेबगंज 01

गिरिडीह 01

गुमला 01

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version