Lockdown In assam, Ranchi Coronavirus Update रांची : असम में अभी प्रभावी लॉकडाउन लागू है ऐसे में वहां पर रोजगार कर रहे लोगों को अपने गृह नगर लौटने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, एक ऐसे ही मामला आया है झारखंड रांची के रहने वाले घनश्याम सिंह का. घनश्याम सिंह पेशे से एक प्रोफेसर हैं जो कि असम के ईटानगर में जोलांग यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं. जब असम में लॉकडाउन लागू किया गया है तो उन्हें ऐयरपोर्ट आने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
क्यों कि वहां पर यातायात की सारी व्यवस्थाएं ठप है. आपको बता दें कि मंगलवार को राँची वापसी के लिए डिब्रूगढ़ से उनकी फ्लाइट तय थी. लेकिन ऐयरपोर्ट पहुंचने के लिए कोई भी साधन उपलब्ध नहीं था. अंत में घनश्याम सिंह के भाई रणवीर सिंह ने अपनी भाई की परेशानी को देखते हुए उन्होंने भाजपा के पूर्व विधायक और झारखंड प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी को इस मामले पर अवगत कराया.
कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले पर त्वारित कार्रवाई करते हुए असम प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. हेमंत बिस्वा शर्मा सहित असम पुलिस एवं असम की चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता देबश्री बोरा से मदद सुनिश्चित करने का निवेदन किया. देबश्री बोरा ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए असम पुलिस के एडीजीपी हरदी सिंह से मदद पहुंचाने का निवेदन किया. और फिर उसके बाद डिब्रूगढ़ एसपी ने तुरंत वहां के स्थानीय थाना के माध्यम से उनसे संपर्क किया जिसके बाद उन्हें जरूरी सुविधाएं मुहैया करा दी गयी.
बाद में इसकी सूचना भाजपा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को दे दी गयी. मदद मिलने के बाद प्रोफेसर के भाई रणवीर सिंह ने भी इस बात की पुष्टि ट्विटर पर की. बाद में उन्होंने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी का उक्त सहयोग के लिए आभार जताया है. वहीं ससमय मदद पहुंचाने के लिए कुणाल षाड़ंगी ने भी असम पुलिस के एडीजीपी हरदी सिंह, डिब्रूगढ़ एसपी और चर्चित समाजसेवी देबश्री बोरा के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया है.
बता दें कि कोरोना की इस महामारी को रोकने के लिए कई राज्यों ने संपूर्ण लॉकडाउन लगाया है. गौरतलब है कि कुणाल षाड़ंगी इस समय पर सोशल मीडिया में खासे सक्रिय हैं और लोगों की मदद कर रहे हैं. इसी तरह बैंगलुरु के उद्भव अस्पताल में इलाज करा रहे जमशेदपुर के कोविड संक्रमित मरीज़ रमेश कुमार के चिकित्सकों ने रेमेडिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की गुहार लगाई.
क्यों कि उस अस्पताल में उक्त इंजेक्शन की कमी थी. लिहाजा झारखंड निवासी उनके पारिवारिक मित्र धनंजय कुमार मिश्रा ने कुणाल षाड़ंगी से मदद की अपील की. सूचना मिलने के तुरंत बाद ही कुणाल षाड़ंगी और उनकी टीम ने रेमेडिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया. गौरतलब है पूर्व भाजपा विधायक कुणाल षाड़ंगी के मदद के चर्च हर किसी के जुबान पर है.
Posted By : Sameer Oraon