रांची : शहर में कोरोना से मरनेवालों का अंतिम संस्कार मारवाड़ी सहायक समिति द्वारा संचालित विद्युत शवदाह गृह में कराया जा रहा है. अब तक यहां 60 से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. लेकिन अब यहां अंतिम संस्कार कराना मारवाड़ी सहायक समिति के लिए चुनौती बन गया है.
कारण है कि शनिवार को शव जलाने वाला युवक कल्लू बिना सूचना के ही गायब हो गया. समिति के लोगों ने उसे फोन किया, लेकिन रिसीव नहीं किया. इसके बाद समिति के सदस्यों ने अपने लोगों के माध्यम से शनिवार को जितने भी शव आये, उनका अंतिम संस्कार कराया.
इस संबंध में समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि कल्लू की मनमानी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही थी. शराब पीकर वह लोगों से मनमाने पैसे की भी मांग करने लगा था. जब मन करता था शव जलाता था. जब मन करता था काम बंद कर देता था. ऐसी स्थिति में उसके साथ काम करना मुश्किल था. इसलिए उसे अब काम से ही हटा दिया गया है. प्रशासन से अब शव जलाने के लिए कर्मचारी की मांग की गयी है.
शवदाहगृह में ही बनेगा काउंटर : अंतिम संस्कार के लिए मारवाड़ी सहायक समिति ने 1800 रुपये की दर निर्धारित की है. अंतिम संस्कार कराने से पहले परिजनों को मारवाड़ी भवन में 1800 रुपये की रसीद कटानी होगी. लेकिन अब भी कई लोग बिना रसीद कटाये सीधे बॉडी लेकर शवदाहगृह पहुंच जा रहे हैं. यहां पैसा नहीं देने के लिए तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं. इसे देखते हुए अब समिति शवदाहगृह के समीप ही अपना काउंटर बनायेगी. यहां लोग पैसा जमा करेंगे. उसके बाद अंतिम संस्कार किया जायेगा.
आज नहीं होगा दाह संस्कार : शवदाहगृह की मशीनों के अपग्रेडेशन के कार्य को देखते हुए नौ अगस्त को यहां अंतिम संस्कार नहीं होगा. उसके बाद सोमवार से पूर्व की भांति शव जलाने का काम किया जायेगा.