रांची : राजधानी के सदर अस्पताल में थैलेसीमिया डे-केयर में ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराने नामकुम से आया पांच वर्षीय बच्चा भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. बताया जाता है कि जब संक्रमित बच्चे को खून चढ़ाया जा रहा था, उस समय वार्ड मेें छह अन्य बच्चे भर्ती थे. वहीं, मोरहाबादी से एक पुलिस अधिकारी भी पाॅजिटिव मिला है. दूसरी ओर चुटिया से एक ही घर के दो लोग कोरोना की चपेट में आये हैं. वह अपने ही घर के एक संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आ गया था. इसके अलावा मुख्य डाक घर का एक कर्मचारी भी पॉजिटिव मिला है. शनिवार को रिपोर्ट आने पर कोरोना की पुष्टि हुई है. वह संक्रमित डाक कर्मचारी के सीधे संपर्क मेें आया था. बूटी मोड़, कोकर, डोरंडा, धुर्वा व टाटीसिलवे से एक-एक काेरोना संक्रमित मिले हैं. इस तरह शनिवार को कुल 15 नये संक्रमित मिले हैं.
निजी अस्पताल के स्टाफ व नर्स सड़क पर आये : शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती दो मरीजों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अस्पताल के कर्मचारी सड़क पर आ गये. वह काेरोना मरीज को रिम्स या अन्य कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने की मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि जब कोविड अस्पताल बनाया गया है तो फिर अस्पताल में नहीं रखा जाये. हालांकि जिला प्रशासन की सख्ती पर एक मरीज को उसी अस्पताल में रखा गया. वहीं दूसरे मरीज को सीसीएल अस्पताल भेजा गया.
बिहार से आयी जीएनएम छात्रा निकली पॉजिटिव
इधर, रिम्स के जीएनएम स्कूल की एक नर्सिंग छात्रा भी पॉजिटिव मिली है. वह सगाई करने बिहार गयी थी. तीन दिन पहले जब रिम्स आयी तो उसकी जांच करायी गयी, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. इसकी जानकारी मिलने के बाद हॉस्टल की छात्राएं भयभीत हो गयीं. इसके बाद विरोध करने लगीं. साथ ही रिम्स प्रबंधन को लापरवाही से अवगत कराया. इधर, कई छात्राएं अपने परिचितों को बुलाकर उनके साथ चली गयीं, जबकि कई खुद वाहन रिजर्व कर घर चली गयीं.