झारखंड के पास टीके के पर्याप्त डोज नहीं, कल से इतने दिनों के लिए प्रभावित हो सकता है टीकाकरण
रांची में कुछ अन्य जिलों से टीका मंगाये गये, लेकिन ट्रांसपोर्टेशन में विलंब के कारण रांची में टीकाकरण का सत्र नहीं हो सका. ज्ञात हो कि गुरुवार को रांची जिले में केवल एजी अॉफिस व दूसरा बुंडू में टीकाकरण सत्र का आयोजन हो सका. अन्य जगहों पर टीके की अनुपलब्धता की वजह से टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किया जा सका. जिससे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा.
Vaccine Stock In Jharkhand रांची : झारखंड में टीके का संकट बरकरार है. हालत यह है कि रांची जिले में गुरुवार को दो ही स्थानों पर टीकाकरण हो सका है. वहीं, राज्य भर में भी आंशिक टीकाकरण हुआ है. गुरुवार सुबह केवल 47210 डोज ही स्टॉक में थे. राज्य के कोविड-19 टीकाकरण के ओएसडी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि गुरुवार को जहां टीका उपलब्ध थे, वहां टीकाकरण हुआ. श्री लकड़ा ने बताया कि रांची को अन्य जिलों से छह हजार डोज दिये गये हैं. संभव है कि शुक्रवार को रांची जिले में टीकाकरण सत्र आयोजित हो सके, लेकिन राज्य के अन्य हिस्सों में टीकाकरण ठप हो सकता है.
टीके की अनुपलब्धता से निराश लौटे लोग :
रांची में कुछ अन्य जिलों से टीका मंगाये गये, लेकिन ट्रांसपोर्टेशन में विलंब के कारण रांची में टीकाकरण का सत्र नहीं हो सका. ज्ञात हो कि गुरुवार को रांची जिले में केवल एजी अॉफिस व दूसरा बुंडू में टीकाकरण सत्र का आयोजन हो सका. अन्य जगहों पर टीके की अनुपलब्धता की वजह से टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किया जा सका. जिससे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा.
कोवैक्सीन का डोज मिलते ही जिलों को भेजने की तैयारी :
श्री लकड़ा ने बताया कि भारत सरकार से नौ जुलाई को कोवैक्सीन के एक लाख और 15 जुलाई को कोविशील्ड के 2.57 लाख डोज ही मिलने का शिड्यूल है. नौ को कोवैक्सीन का डोज कब मिलेगा, यह कहना कठिन है. फिर भी विभाग सुबह से ही तैयारी में रहेगा कि जैसे ही डोज मिलता है, उन्हें जिलों में तत्काल बांटने की व्यवस्था की गयी है. जिससे टीकाकरण प्रभावित नहीं हो सके. यदि भारत सरकार ने अतिरिक्त डोज नहीं दिया, तो 10 से 15 जुलाई के बीच टीकाकरण ठप हो सकता है. भारत सरकार को इसकी सूचना दे दी गयी है.
दूसरा डोज लेनेवालों पर संकट :
सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है, जिनका दूसरे डोज का समय आ गया है. कोवैक्सीन के दूसरे डोज की अवधि 28 से 42 दिन है. कई लोगों को 42 दिन की अवधि भी पूरी हो गयी, लेकिन दूसरा डोज नहीं मिल सका. रांची में लोग विभिन्न स्थानों पर जाकर पता कर रहे थे कि कहीं टीकाकरण हो रहा है या नहीं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.
70 प्रतिशत दूसरा डोज वालों को टीका देना है
ओएसडी श्री लकड़ा ने बताया कि यह सही है कि दूसरा डोज लेनेवालों को परेशानी हो रही है. विभाग की ओर से जिलों को पूर्व में ही कहा गया है कि जो वैक्सीन उपलब्ध है, उसका 70 प्रतिशत हिस्सा दूसरा डोज वालों को और 30 प्रतिशत हिस्सा ही पहले डोज वालों को देना है. यानी दूसरे डोज वालों को प्राथमिकता देनी है.
आज के लिए बचा 26,896 डोज का स्टॉक
राज्य में शुक्रवार के लिए 26,896 डोज का ही स्टॉक बचा है. राज्य में गुरुवार को 47210 डोज था, जिसमें से 20314 लोगों को टीका लगाया गया. 20314 में 14541 को पहला डोज व 6314 को दूसरा डोज दिया गया. सबसे ज्यादा 2473 लोगों को साहिबगंज में पहला डोज दिया गया. वहीं बोकारो व धनबाद में टीकाकरण बंद रहा.
Posted By : Sameer Oraon