टीकाकरण के मामले में झारखंड की स्थिति अच्छी नहीं, टीके के पहले डोज का लक्ष्य 48 फीसदी ही हुआ पूरा
राज्य के कई ऐसे जिले हैं, जहां 45 साल से अधिक उम्र वालों को (पहला डोज) टीका देने का लक्ष्य 12 से 30 फीसदी तक पूरा हो पाया है. इसमें सबसे पिछड़ा जिला साहेबगंज है, जहां मात्र 12 फीसदी लक्ष्य पूरा हो पाया है. इसके बाद देवघर में 17 फीसदी, गोड्डा में 19 फीसदी, गढ़वा में 19 फीसदी, पाकुड़ में 22 फीसदी व गिरिडीह में 23 फीसदी लक्ष्य पूरा हो पाया है. टीका के दूसरे डोज की बात करें तो साहेबगंज है में 14 फीसदी लक्ष्य की प्राप्ति हुई है. वहीं खूंटी में 21 फीसदी, गढ़वा में 25 फीसदी, पाकुड़ में 26 फीसदी व गुमला में 29 फीसदी ही लक्ष्य की प्राप्ति हुई है.
Jharkhand corona vaccine update, Ranchi News रांची : राज्य में हेल्थ वर्कर व फ्रंट लाइन वर्कर के अलावा 45 साल से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण किया जा रहा है. हालांकि टीकाकरण में हम लक्ष्य से काफी पीछे हैं. टीका के पहले डोज के लक्ष्य की बात करें, तो मात्र 26 फीसदी ही पूरा हो पाया है. वहीं दूसरे डोज का लक्ष्य 48 फीसदी पूरा हुआ है.
राज्य के कई ऐसे जिले हैं, जहां 45 साल से अधिक उम्र वालों को (पहला डोज) टीका देने का लक्ष्य 12 से 30 फीसदी तक पूरा हो पाया है. इसमें सबसे पिछड़ा जिला साहेबगंज है, जहां मात्र 12 फीसदी लक्ष्य पूरा हो पाया है. इसके बाद देवघर में 17 फीसदी, गोड्डा में 19 फीसदी, गढ़वा में 19 फीसदी, पाकुड़ में 22 फीसदी व गिरिडीह में 23 फीसदी लक्ष्य पूरा हो पाया है. टीका के दूसरे डोज की बात करें तो साहेबगंज है में 14 फीसदी लक्ष्य की प्राप्ति हुई है. वहीं खूंटी में 21 फीसदी, गढ़वा में 25 फीसदी, पाकुड़ में 26 फीसदी व गुमला में 29 फीसदी ही लक्ष्य की प्राप्ति हुई है.
91% हेल्थ वर्कर व 84% फ्रंट लाइन वर्कर को लगा टीका :
राज्य में कोरोना टीका के पहले व दूसरे डोज का लक्ष्य अभी भी पूरा नहीं हो पाया है. टीकाकरण के पहला डोज की बात करें, तो हेल्थ वर्कर के लक्ष्य का 91 फीसदी व फ्रंट लाइन वर्कर के लक्ष्य का 84 फीसदी पूरा हुआ है. दूसरे डोज में 75 फीसदी हेल्थ वर्कर व 73 फीसदी फ्रंट लाइन वर्कर को टीका लगा है.
Posted By : Sameer Oraon