Coronavirus : होटवार जेल में मिले 54 कोरोना पॉजिटिव, 65 सुरक्षाकर्मी और जेलकर्मी जेल में ही कोरेंटिन

होटवार जेल में गत दिनों 54 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जेल में लॉकडाउन कर दिया गया है़ जो सुरक्षाकर्मी अथवा कर्मचारी बाहर हैं, वे बाहर ही रहेंगे और जो अंदर हैं वह अंदर ही रहेंगे़

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2020 3:27 AM

रांची : होटवार जेल में गत दिनों 54 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जेल में लॉकडाउन कर दिया गया है़ जो सुरक्षाकर्मी अथवा कर्मचारी बाहर हैं, वे बाहर ही रहेंगे और जो अंदर हैं वह अंदर ही रहेंगे़ किसी को अंदर से बाहर या बाहर से जेल में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गयी है़ वहीं, 14 कर्मचारियों के पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासनिक काम प्रभावित हो रहा है़

जानकारी के अनुसार 65 सुरक्षाकर्मी व जेलकर्मी को जेल में ही कोरेंटिन किया गया है़ ये वैसे कर्मी हैं जो पॉजिटिव के सीधे संपर्क में आये थे, उनकी जांच रिपोर्ट अभी नहीं आयी है़ जबकि पूर्व मंत्री एनोस एक्का व राजा पीटर सहित 40 बंदियों व 14 कर्मियों कुल 54 कोरोना पॉजिटिव को जेल में ही आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है़

बताया जाता है कि स्टाफ के पॉजिटिव हो जाने से कई महत्वपूर्ण काम जैसे नये बंदियों की फाइल बनाना, बंदियों के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को अद्यतन करने में जेल प्रशासन को परेशानी हो रही है़ जेल में लाॅकडाउन करने से ट्रेंड कर्मचारी भी जेल के अंदर नहीं आ पायेंगे, जिससे जेल का महत्वपूर्ण प्रशासनिक काम बाधित होने की बात बतायी जा रही है़ अभी 400 बंदी और कर्मियों की रिपोर्ट आना बाकी है़ उसमें से अगर कोई कर्मचारी पॉजिटिव निकलता है तो जेल का काम पूरी तरह प्रभावित हो जायेगा़

जेल का काम घर से नहीं हो सकता है़ मैं तो पीपीई किट पहन कर आइसोलेशन व कोरेंटिन दोनों वार्ड में जाता हू़ं पॉजिटिव होने के डर से यदि मैं जेल आना बंद कर दूंगा, तो कर्मियों का मनोबल टूट जायेगा़ पूरा जेल अस्त-व्यस्त हो जायेगा़ हालांकि कर्मचारियों के पॉजिटिव निकलने से प्रशासनिक काम प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में जितने कर्मचारी हैं उन्हीं से काम कराया जा रहा है़ लेकिन जेल की सुरक्षा में कोई परेशानी नहीं है़

हामिद अख्तर, अधीक्षक होटवार जेल

कोरोना से पुलिस अफसरों और जवानों को बचाने की कवायद शुरू

रांची. पुलिस अफसरों और कर्मियों को कोरोना से बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने कवायद शुरू कर दी है. जहां एक ओर पिकेट और नक्सल प्रभावित इलाके में तैनात जवानों की मेडिकल जांच करायी गयी है. वहीं दूसरी और उनकी सुरक्षा के लिए हाइड्रोक्लोरोक्वीन और विटामिन सी की गोली के साथ गर्म पानी की व्यवस्था की गयी है. अधिक संख्या में पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान संक्रमित न हो जाएं और विधि व्यवस्था प्रभावित ना हो, इसके लिए भी पहल की गयी है.

ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि संक्रमण से बचाव के लिए शहरी और ग्रामीण इलाके के वैसे थाने जहां अफसरों और जवानों की संख्या अधिक है, वहां अभी तीन शिफ्ट में ड्यूटी ली जा रही है. इसके साथ ही जिन थानों में पुलिस अफसरों और जवानों की संख्या कम है वहां दो शिफ्ट में ड्यूटी करायी जा रही है. गंभीर बीमारियों से ग्रसित अफसरों और कर्मियों का डाटा भी तैयार किया गया है, जिसमें यह बात सामने आयी है कि 59 पुलिसकर्मी बीमारी से ग्रसित हैं. उन्हें विधि व्यवस्था के काम से दूर रहने को कहा गया है.

एक तरह से उनसे अभी काम नहीं लेकर स्वास्थ्य की देखभाल के लिए उन्हें अपने-अपने आवास में कोरेंटिन में रहने का सुझाव दिया गया है, ताकि ऐसे लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सके. इसके अलावा जिन पुलिसकर्मियों को छोटी-मोटी भी बीमारी है, उन्हें तत्काल इलाज के लिए छुट्टी दी जा रही है. बुजुर्ग अधिकारियों और जवानों को सुझाव दिया गया है कि वे भीड़-भाड़ के इलाके में नहीं जायें और सावधानी के साथ ड्यूटी करें.

  • शहरी इलाके में तीन शिफ्ट और ग्रामीण इलाके में दो शिफ्ट में ड्यूटी शुरू

  • बीमारी से ग्रसित 59 पुलिसकर्मियों को रेस्ट करने का दिया गया सुझाव

Post by : Pritish Sahay

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