रांची: राज्य में कोविड से बच्चों की पढ़ाई को हुए नुकसान की भरपाई की तैयारी शुरू कर दी गयी है. कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की पढ़ाई की स्थिति की जानकारी के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना ने सर्वे कराया. फरवरी में तैयार रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों के शैक्षणिक स्तर में पूर्व की तुलना में गिरावट आयी है. कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के बीच सर्वे किया गया.
इसके अनुसार कक्षा पांच के लगभग 88 फीसदी बच्चे ठीक से अंग्रेजी नहीं पढ़ पाते हैं. बच्चों के टेस्ट को लेकर मापदंड तय किया गया है. अंग्रेजी लिखने में बच्चों की स्थिति पढ़ने की तुलना में थोड़ी बेहतर है. 31 फीसदी बच्चे अंग्रेजी कक्षा के स्तर के अनुरूप लिख पाते हैं, जबकि 53% बच्चों को गणित की जानकारी कक्षा के अनुरूप नहीं है. कक्षा पांच के 41 फीसदी बच्चे हिंदी बोल पाते हैं, तो 31% बच्चे टेस्ट में तय मानक के अनुरूप हिंदी लिखने और पढ़ने में सफल हुए.
सरकारी विद्यालयों के कक्षा तीन के 81 फीसदी बच्चों को ठीक से हिंदी पढ़ना नहीं आता है. रिपोर्ट के अनुसार 19 फीसदी विद्यार्थी ठीक से हिंदी पढ़ पाये. 24% बच्चे ही हिंदी अपनी कक्षा के अनुरूप लिख पाते हैं. 15% बच्चे अंग्रेजी पढ़ पाते हैं व 21% अंग्रेजी लिख पाते हैं. 28 फीसदी बच्चों को गणित में कक्षा के अनुरूप जानकारी है.
बीआरपी-सीआरपी ने स्कूलों में जाकर सर्वे किया है. शिक्षा परियोजना द्वारा दिये गये प्रश्न-उत्तर के आधार पर बच्चों से स्कूल में ही सवाल-जवाब किये गये हैं. ब्लैक बोर्ड पर लिखने के लिए कहा जाता है. एक कक्षा के तीन बच्चों से सवाल-जवाब के आधार पर सर्वे किया गया है.
गणित : एक अंक की संख्या को जोड़ना-घटाना
अंकों की संख्या का बिना हासिल का जोड़ और घटाव करना
एक अंक की संख्या को एक अंक से गुणा करना
दो अंक की संख्या को एक अंक से गुणा करना
तीन अंक की संख्या को एक अंक से भाग करना
अंग्रेजी लिखना : अंग्रेजी के अक्षरों को पहचाना, उसमें अंतर करना, अंग्रेजी में बड़े व छोटे अक्षरों को पहचान कर लिखना
सामान्य शब्दों को लिखना, मिश्रित शब्द लिखना, सामान्य वाक्य लिखना
व्याकरण व विराम चिह्नों का सही प्रयोग करते हुए वाक्य लिखना
राज्य सरकार ने कोविड से बच्चों की पढ़ाई को हुए नुकसान की भरपाई के लिए विशेष कक्षा चलाने का निर्णय लिया है. बजट में 40 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. कक्षा तीन तक के बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में दो घंटे अतिरिक्त कक्षा संचालित की जायेगी. अन्य कक्षाओं के बच्चों के लिए भी कक्षा संचालन की तैयारी है.
Posted By: Sameer Oraon