रांची: दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना पर बैठीं महिला कुश्ती खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार के खिलाफ अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष सह भाजपा सांसद की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर आज रविवार को भाकपा माले समेत कई जनसंगठनों ने कैंडल मार्च निकाला. रांची के अलबर्ट एक्का चौक पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने कैंडल के साथ जंतर मंतर पर आन्दोलन कर रहीं महिला कुश्ती खिलाड़ियों का समर्थन किया. इस दौरान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष सह भाजपा सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करो, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा धोखा है के नारे लगाए गए.
प्रतिवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जिन खिलाड़ियों के स्वर्ण पदक और बेहतरीन प्रर्दशन पर पूरा देश नाज करता था, आज उनके धरना प्रदर्शन पर केंद्र की सरकार चुप है. केंद्र सरकार को तय करना होगा कि वह बलात्कारियों के पक्ष में है या बेटियों के पक्ष में. जंतर मंतर पर धरना पर बैठीं महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न करने वाले भाजपा सांसद की गिरफ्तारी हो अन्यथा आंदोलन और तेज होंगे. बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के बजाए संरक्षण देने से दिल्ली पुलिस बाज आए.
सामाजिक कार्यकर्ता एलिना होरो ने कहा कि दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना में बैठीं महिला कुश्ती खिलाड़ियों से दुर्व्यवहार और मणिपुर में हो रही हिंसा देश में बढ़ते फासीवाद और महिलाओं के अधिकारों पर हो रहे हमलें का उदाहरण है. देश की मौजूदा फासीवादी स्थिति में किसी भी क्षेत्र में कोई भी सुरक्षित नहीं है. यहां तक कि देश के लिए मेडल लाने वाली बेटियां भी नहीं. हर तरफ दंगे-फसाद का माहौल है. छात्र, युवा,, महिलाएं, मजदूर, किसान, पिछड़ा एवं दलित कोई भी सुरक्षित नहीं है. हालात नहीं बदले तो हम सरकार को ही बदल देगें. कैंडल मार्च और प्रतिवाद सभा में शुभेंदु सेन, फॉदर टोनी, भुवनेश्वर केवट, मोहन दत्ता, सुदामा खलखो, सुषमा बेडोली, नॉरिन अख़्तर, महेश सावंरिया, विनोद लहरी, गजेन्द्र सिंह, शाहनवाज खान, सोहेल अंसारी, अभय साहू, शमीमा खातून, प्रताप राम आदि मुख्य रूप से शामिल थे.