रांची: झारखंड की राजधानी रांची के सीपीआई के राज्य कार्यालय के सभागार में आज रविवार को कॉमरेड विनय कुमार सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. कॉमरेड विनय कुमार सिन्हा अपने 73 वर्ष के जीवन काल में सामाजिक कार्यों में जुड़े रहे और बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. उनका जन्म दिसंबर 1949 को रांची में हुआ था. वे चार भाइयों में सबसे बड़े एवं आठ भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थे. दो बहनों से छोटे होने के बावजूद उन्होंने एक बड़े भाई का कर्तव्य ताउम्र निभाया.
रांची सिविल कोर्ट में पेशकार से हुए थे सेवानिवृत
रांची के जिला स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद कॉमरेड विनय कुमार सिन्हा ने रांची विश्वविद्यालाय से स्नातक किया था और उसके बाद रांची सिविल कोर्ट में पेशकार के पद पर योगदान दिया, जहां से वर्ष 2010 में वे सेवानिवृत हुए. वे राजनीतिक रूप से सीपीआई से जुड़े हुए थे और सीपीआई के कार्यक्रमों से जुड़े क्रियाकलापों में बढ़चढ़कर के हिस्सा लेते रहे. वे महात्मा गांधी एवं कार्ल मार्क्स के विचारों से काफी प्रभावित रहे. पार्टी के साथियों की लगातार अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद करते रहते थे.
भरापूरा परिवार छोड़ कर गये हैं कॉमरेड विनय
कॉमरेड विनय कुमार सिन्हा अपने पीछे बेटी- दामाद, बेटा-बहू एवं नाती, पोते से भरापूरा परिवार छोड़ कर गये हैं. पार्टी को उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई है और सांस्कृतिक आंदोलन को भी नुकसान पहुंचा है.
श्रद्धांजलि सभा में ये थे उपस्थित
इस श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से आईएससीयूएफ के राष्ट्रीय सचिव विजय परिहरी, कलाम रशीदी, इंडियन सोसाइटी फॉर कल्चरल एंड फ्रेंडशिप के राज्य के सचिव संजय सिंह, इबरार अहमद, विनय भूषण, लक्ष्मी महतो, पॉवेल कुमार, सचिदा, सहगल टोप्पो, सुमन कुमार, राजेंद्र रविदास, आशीष कुमार, सतीश कुमार एवं कॉमरेड उषा श्रीवास्तव एवं सीपीआई के जिला सचिव अजय सिंह मुख्य रूप से शामिल हुए.