रांची़ सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने खुद के ही अपहरण की झूठी कहानी रचने के आरोप में गिरफ्तार 22 वर्षीय राहुल रविदास को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वह मूल रूप से गिरिडीह जिला के जमुआ थाना क्षेत्र के चरघरा का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी के पास उस मोबाइल को भी बरामद कर लिया है, जिसका प्रयोग उसने अपने अपहरण के लिए मैसेज भेजने में किया था. एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि राहुल रविदास के अपहरण को लेकर उसके भाई टिंकू रविदास की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ 29 अप्रैल को सुखदेवनगर थाना में केस दर्ज किया गया था. इसमें फिरौती के रूप में दो लाख रुपये की मांग की गयी थी. रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी थी. इस केस के खुलासे के लिए कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. राहुल रविदास के मोबाइल का पहला लोकेशन धनबाद आया था. इसलिए पुलिस ने पहले वहां छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद लोकेशन आसनसोल आया. आसनसोल रेलवे स्टेशन के आसपास जांच करने के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला. लेकिन सीसीटीवी की जांच करने पर राहुल अकेला बिना डर या भय के घूमते देखा गया. इसके बाद पुलिस को मामले में संदेह होने लगा. बाद में राहुल रविदास के मोबाइल का लोकेशन गम्हरिया रेलवे स्टेशन मिला. इसके बाद वहां से प्लेटफॉर्म नंबर दो के पास से राहुल रविदास को कुशलतापूर्वक बरामद कर रांची लाया गया. राहुल रविदास ने पूछताछ में बताया कि वह जेपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए किशोरगंज लाइन मुहल्ला में किराये के मकान में छह माह से रह रहा था. लेकिन उसने पैसे की लालच में घर से पॉकेट खर्च और पढ़ाई के लिए मिले पैसे करीब 1.50 लाख रूपये सट्टा ओर शेयर बाजार में डूबा दिया. इसकी भरपाई के लिए उसने षडयंत्र के तहत अपने अपहरण की झूठी कहानी रची और फिरौती के रूप में दो लाख रुपये की मांग की, ताकि पैसे मिलने पर नुकसान की भरपाई कर सके.
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