रांची. अनगड़ा प्रखंड स्थित बहेया गांव के किसान और वहां रहनेवाले लोग फैक्ट्री से निकल रहे केमिकल से परेशान हैं. खेतों में केमिकल बहने से उनकी फसल बर्बाद हो रही है. वहीं जहां-तहां केमिकल का जमाव हो गया है. इससे खेती करना मुश्किल हो गया है. इस केमिकल के कारण गांव के कई किसानों की लगभग 65 एकड़ जमीन बर्बाद हो गयी है. न तो इस जमीन पर किसान धान की खेती कर सकते हैं, न ही सब्जी उगा सकते हैं. इतना ही नहीं गांव में स्थित कुआं में भी केमिकल का अंश जाने से पानी दूषित हो गयी है. लोगों को पीने सहित अन्य कार्यों के लिए दूर के कुआं या चापाकल का सहारा लेना पड़ रहा है. बताया जाता है कि यह केमिकल गांव के पास स्थित दूध फैक्ट्री से ही निकल रही है. कई बार गांव वालों ने फैक्ट्री प्रबंधन से इसकी शिकायत की, लेकिन हर बार उन्हें यह कह कर भगा दिया जाता है कि जिसके खेत में केमिकल बह रहा है, उसे कोई दिक्कत नहीं है, बेवजह आप लोगों को क्यों परेशानी हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि उक्त खेत से ही केमिकल निकल कर अब अन्य किसानों के खेतों में पहुंच गया है. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जिस किसान के खेत में केमिकल गिर रहा है, उसे फैक्ट्री की तरफ से नियमित रूप से खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है. इसलिए उसने अपना मुंह बंद कर रखा है1 इधर, केमिकल के दुर्गंध से आदमी के साथ-साथ जानवर भी परेशान हैं. गंदा पानी पीकर जानवर बीमार पड़ रहे हैं या फिर मर रहे हैं. गांव की ही सुकरो देवी ने बताया कि गांव में शुद्ध पीने के पानी की किल्लत हो गयी है. लोगों को दूर जाकर पीने का पानी लाना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन गांव के सीधे-साधे लोगों को धोखा में रख कर अपना मतलब साध रहे हैं. उषा देवी ने कहा कि फैक्ट्री के केमिकल का असर आसपास के कुओं तथा तालाबों में पड़ने लगा है. जमीन इतनी खराब हो चुकी है कि उसमें हम दोबारा फसल नहीं उगा सकते. प्रस्तुति : दिपाली कुमारी
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