गया : भाकपा-माओवादी संगठन के मगध जोन के क्षेत्रीय कमेटी सदस्य (आरसीएम) राहुल यादव उर्फ बड़ा विकास उर्फ सरजी और माओवादी संगठन के कूरियर (आमस थाने के नौगढ़ के रहनेवाले देवचंद्र यादव के बेटे) जितेंद्र यादव को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 159 बटालियन के अधिकारियों ने गुरुआ थाने के भरौंधा के पास से गिरफ्तार कर लिया. साथ ही एक बाइक भी जब्त की गयी है. गया जिले के आंती थाना क्षेत्र के तुलसी बिगहा (कंचनपुर) के रहनेवाले वासुदेव यादव के बेटे 50 वर्षीय राहुल यादव के विरुद्ध झारखंड सरकार ने 31 जुलाई 2020 को 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
राहुल यादव भाकपा माओवादी संगठन के शीर्ष नेता (बांकेबाजार प्रखंड के लुटुआ थाने के बाबूरामडीह के रहनेवाले) संदीप यादव उर्फ विजय यादव और माओवादी संगठन के मध्य जोन के सचिव (बीजेएसएसी) प्रमोद मिश्रा के बेहद करीबी है. वरीय नेताओं से संपर्क रहने के कारण ही राहुल यादव कभी भी अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखता है.
गिरफ्तारी के बाद सीआरपीएफ की टीम में शामिल कमांडेंट डॉ निशीत कुमार, डिप्टी कमांडेंट मोतीलाल, डिप्टी कमांडेंट अशोक यादव व एएसपी (ऑपरेशन) राजेश भारती दोनों को गुरुआ थाना लेकर आये और वहां कई बिंदुओं पर पूछताछ की. पूछताछ के बाद दोनों को गुरुआ थाने की पुलिस को सौंप दिया. मंगलवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया.
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि राहुल यादव उर्फ बड़ा विकास अपने कूरियर जितेंद्र यादव के साथ लेवी वसूलने भरौंधा इलाके में आया था. लेकिन, इसकी भनक सीआरपीएफ के गोपनीय तरीके से लग गयी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि वह करीब 30 वर्षों से नक्सली संगठन से जुड़ कर विभिन्न वारदातों में शामिल रहा है.
वजीरगंज थाना कांड संख्या 441/15, फतेहपुर थाना कांड संख्या 321/15, झारखंड के तिलैया कांड संख्या 231/15, सिरदला थाना कांड संख्या 264/16 (सिरदला थाना क्षेत्र के खरौंध रेलवे स्टेशन के बेस कैंप पर हमला), रजौली थाना क्षेत्र के भानेखाप जंगल में 17 सितंबर 2018 को हुई मुठभेड़ में भी राहुल यादव नामजद रहा है. इसके विरुद्ध गया जिले में 14, औरंगाबाद में चार, रजौली (नवादा) में पांच और झारखंड के विभिन्न थानों में करीब 15 नक्सली मामले दर्ज हैं.