CUJ की नयी लाइब्रेरी बिल्डिंग का उद्घाटन, विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में एक साथ पढ़ सकेंगे 1500 स्टूडेंट्स
सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने अपने संबोधन में कहा कि पुस्तकालय किसी भी विश्वविद्यालय का दर्पण होता है. लाइब्रेरी जितनी भव्य होगी, विश्वविद्यालय उतनी ऊंचाई छूएगा. उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ-साथ शिक्षक व अधिकारियों को भी लाइब्रेरी में समय निकालकर पुस्तक अध्ययन के लिए जाना चाहिए.
रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के पुस्तकालय भवन का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर नवनिर्मित पुस्तकालय भवन परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने पूजा अनुष्ठान के बाद पुस्तकालय भवन का विधिवत उद्घाटन किया. विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन आज से विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा. करीब 7 हजार स्क्वॉयर मीटर क्षेत्र में बने पुस्तकालय भवन में एक साथ 15 सौ छात्र पठन-पाठन कर सकते हैं. सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने अपने संबोधन में कहा कि पुस्तकालय किसी भी विश्वविद्यालय का दर्पण होता है. लाइब्रेरी जितनी भव्य होगी, विश्वविद्यालय उतनी ऊंचाई छूएगा.
लाइब्रेरी में हैं 36 हजार से अधिक पुस्तकें
रांची के मनातू में स्थित बहुप्रतीक्षित पुस्तकालय भवन के उद्घाटन से छात्र, शिक्षक, कर्मचारी सभी खुश नजर आए. लाइब्रेरी में विभिन्न विषयों की करीब 36 हजार से अधिक पुस्तकें मौजूद हैं. जिन्हें व्यवस्थित करने का कार्य जारी है. ई जनरल 65 सौ से अधिक हैं, जिसकी संख्या बढ़ाने पर लगातार जोर दिया जा रहा है. इसके अलावा लाइब्रेरी में एक सभागार भी है, जिसमें सेमिनार व अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं.
विश्वविद्यालय का दर्पण होता है पुस्तकालय
सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने अपने संबोधन में कहा कि पुस्तकालय किसी भी विश्वविद्यालय का दर्पण होता है. लाइब्रेरी जितनी भव्य होगी, विश्वविद्यालय उतनी ऊंचाई छूएगा. उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ-साथ शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारियों को भी लाइब्रेरी में समय निकालकर पुस्तक अध्ययन के लिए जाना चाहिए. सुविधाओं का विस्तार समय-समय पर किया जाएगा, ताकि छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. कार्यक्रम में रजिस्ट्रार प्रो मनोज कुमार, पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ एसके पांडे, सीओई बीबी मिश्रा, डीन आर एंड डी प्रो एके पाढी, एफओ डॉ विमल कुमार, चीफ प्रॉक्टर डॉ मयंक रंजन, स्टेट ऑफिसर डॉ मनोज कुमार, प्रो संजय समदर्शी, प्रो भगवान सिंह, प्रो सुभाष चंद्र, प्रो केबी पांडा, प्रो तपन बसंतीया समेत कई शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे.