Loading election data...

CUJ के जनसंचार विभाग में ‘ई-गवर्नेंस एंड सिटीजन एंगेजमेंट’ पर पुस्तक चर्चा का आयोजन, ऑनलाइन जुड़े कई लोग

CUJ के जनसंचार विभाग द्वारा सेज पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित 'ई-गवर्नेंस एंड सिटीजन एंगेजमेंट: न्यू डायरेक्शन्स इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' नामक पुस्तक पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस दौरान न्यू मीडिया के युग में ई-गवर्नेंस के महत्व पर चर्चा की गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2023 7:52 AM

Jharkhand News: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (CUJ) के जनसंचार विभाग द्वारा 11 जनवरी बुधवार को सेज पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित ‘ई-गवर्नेंस एंड सिटीजन एंगेजमेंट: न्यू डायरेक्शन्स इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन’ नामक पुस्तक पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन पुस्तक के लेखक की उपस्थिति में ऑनलाइन मोड में डॉ. आलोक कुमार गुप्ता, डीन, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज, सीयूजे के साथ बातचीत के साथ किया गया था. पुस्तक का लेखन प्रो. संगीता ढल, प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, कालिंदी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है. वह लोक प्रशासन, सार्वजनिक नीति और शासन के क्षेत्र में अठारह वर्ष से अधिक के शिक्षण और अनुसंधान के अनुभव के साथ एक यूजीसी पोस्ट-डॉक्टोरल रिसर्च अवार्डी भी हैं.

पुस्तक के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी : डॉ. आलोक गुप्ता

बातचीत के दौरान डॉ. आलोक गुप्ता ने प्रो. संगीता ढल से पुस्तक के विभिन्न पहलुओं के बारे में बातचीत की. उन्होंने न्यू मीडिया के युग में ई-गवर्नेंस के महत्व पर चर्चा की. उन्होंने छात्रों के लिए पुस्तक के लाभों पर भी चर्चा की. पुस्तक की उपयोगिता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रो. ढाल ने प्रतिबिंबित किया, “यह एक पहली व्यापक पाठ्यपुस्तक है जो ई-गवर्नेंस की एक वैचारिक और सैद्धांतिक समझ प्रदान करती है और यह भारत में लोक प्रशासन की विभिन्न उभरती चिंताओं को कैसे संबोधित करती है. पुस्तक ई-लर्निंग, ई-स्वास्थ्य, भौगोलिक सूचना प्रणाली और साइबर सुरक्षा जैसे उभरते विषयों का एक संक्षिप्त विश्लेषण प्रस्तुत करती है जो मानक और अनुभवजन्य मामले के अध्ययन और प्रासंगिक उदाहरणों का मिश्रण प्रदान करती है.

डॉ. आलोक कुमार गुप्ता ने पुस्तक के सकारात्मक पहलुओं और भारत और दुनिया के संदर्भ में ई-गवर्नेंस में हाल के रुझानों पर विस्तार से बताया. पुस्तक के बाद की चर्चा में, श्रोताओं के लिए प्रश्न और उत्तर के लिए मंच खोल दिया गया. इस कार्यक्रम को लगभग 130 प्रतिभागियों की उपस्थिति से चिह्नित किया गया था, जो Google मीट के माध्यम से शामिल हुए थे.

कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सुदर्शन यादव के औपचारिक परिचय से हुई. उन्होंने कार्यक्रम और पुस्तक की रूपरेखा तैयार की. अतिथियों का औपचारिक स्वागत स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्नोलॉजीज के डीन डॉ. विमल किशोर ने किया. पुस्तक पर अपने विचार साझा करते हुए, डीन ने कहा, “यह एक अच्छी पहल है जहां छात्रों, विद्वानों और संकायों के लाभ के लिए अकादमिक विचारों और पुस्तकों पर चर्चा की जाती है. इस विषय पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, आज आईसीटी ने हर क्षेत्र में क्रांति ला दी है और मानव जीवन को आसान, सुलभ और अधिक जानकारीपूर्ण बना दिया है.

कार्यक्रम में कई लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम का समापन जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अमृत कुमार के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ. कार्यक्रम के दौरान जनसंचार विभाग, सीयूजे के डॉ. राजेश कुमार, राम निवास सुथार सहित सभी शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version