रांची (विशेष संवाददाता).मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व विधायक कल्पना सोरेन से मंगलवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड (सीयूजे) के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान कुलपति ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और विवि परिसर के निर्माण में आ रही परेशानियों से भी अवगत कराया. कुलपति ने मुख्यमंत्री को लिखित पत्र सौंप कर जानकारी दी कि विवि की स्थापना के लिए कम से कम 500 एकड़ भूमि, स्थायी परिसर के लिए पहुंच पथ, विद्युत आपूर्ति व जलापूर्ति की व्यवस्था के लिए राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराया जाना था. राजस्व विभाग ने चेरी-मनातु में कुल 319.28 एकड़ गैरमजरूआ भूमि विवि को हस्तांतरित किया. उक्त 319.28 एकड़ गैरमजरूआ भूमि के अतिरिक्त 70.71 एकड़ गैरमजरूआ भूमि में से 59.97 एकड़ गैरमजरूआ भूमि विवि को हस्तांतरित की जा चुकी है, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उक्त भूमि पर विवि का अधिकार नहीं हो पाया है. इसके अतिरिक्त 139.17 एकड़ रैयती भूमि में से प्रथम चरण में 15.82 एकड़ रैयती भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा की जा रही है एवं शेष 123.35 एकड़ रैयती भूमि राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहण कर विवि को हस्तांतरित किया जाना है. कुलपति ने मुख्यमंत्री को बताया कि हस्तांतरित की जानेवाली प्रस्तावित रैयती एवं गैरमजरूआ भूमि की भू-माफिया द्वारा अवैध रूप से खरीद-बिक्री की जा रही है. साथ ही ग्रामीणों द्वारा भी मुआवजे की मांग को लेकर समय-समय पर विरोध कर निर्माण कार्य रूकवा दिया जा रहा है. कुलपति ने बताया कि पहुंच पथ भी अब तक नहीं बन सका है. जबकि जलापूर्ति योजना भी ठप है. उन्होंने विवि में पुलिस चौकी स्थापित करने की भी मांग की है. इस अवसर पर विवि के चीफ प्रॉक्टर डॉ मयंक रंजन, पीआरओ नरेंद्र कुमार भी उपस्थित थे. मुख्यमंत्री ने विवि से जुड़ी सभी समस्याओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश देने का आश्वासन दिया.
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